आयोजित कार्यक्रम में मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन राजमार्ग एवं नागर विमानन मंत्रालय भारत सरकार डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह एवं मा0 राज्य मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन विभाग उ0प्र0 नरेंद्र कश्यप के द्वारा 146 दिव्यांगजनों को नि:शुल्क कृत्रिम अंग सहायक उपकरण वितरित किए गए जिसमें 140 ट्राईसाईकिल, 03 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, 03 दिव्यांगजनों को सेंसर स्टिक वितरित किए गए।
इसके साथ ही 10 दिव्यांगजनों को पेंशन स्वीकृति प्रमाण पत्र एवं 10 दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड उपलब्ध कराते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित की जा रही दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की कृत्रिम अंग सहायक उपकरण योजना के तहत लाभ पहुंचाया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन राजमार्ग एवं नागर विमानन मंत्रालय भारत सरकार डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह एवं मा0 राज्य मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन विभाग उ0प्र0 नरेंद्र कश्यप के द्वारा दिव्यांगजनों के साथ विस्तृत वार्तालाप करते हुए उनकी समस्याओं को गहनता से सुना गया एवं उनके निस्तारण के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह ने कहा कि आज सेवा पखवाड़े के अंतर्गत दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए कृत्रिम अंग सहायक उपकरण बांटे गए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को जो आज ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर एवं अन्य उपकरण वितरित किए गए उनसे दिव्यांगजनों कि रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत सहायता मिलेगी। उन्होंने दिव्यांगजनों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह स्वस्थ रहे और उनका और अच्छे से भरण-पोषण हो एवं सशक्त बने। इसके साथ ही समाज के अच्छे नागरिक बने जिससे कि समाज में उनका योगदान हो। इस दौरान मा0 राज्य मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन विभाग उ0प्र0 नरेंद्र कश्यप ने बताया कि आज दिनांक 24 सितंबर को शासन की मंशानुसार सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत प्रदेश के सभी 75 जनपदों में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के माध्यम से दिव्यांगजनों उनकी सहूलियत के लिए सुविधा उपकरणों का वितरण किया जा रहा है। जिसके माध्यम से खासतौर से कृत्रिम अंग किट, ट्राईसाइकिल आदि को सम्मिलित किया गया। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में आज जनपद गाजियाबाद के अंदर हमारे केंद्रीय राज्य मंत्री आदरणीय डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह के नेतृत्व में दिव्यांगजनों को उनकी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी लगातार दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए बनी योजनाओं को लेकर आ रहे हैं। दिव्यांगजनों का भरण पोषण जो वर्ष 2017 में केवल ₹300 होता था, वो अब वर्तमान सरकार में बढ़ाकर ₹1000 कर दी गई है जिसे आने वाले समय में इस राशि को ₹1500 करने के लिए प्रस्ताव बन चुका है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार में प्रत्येक लोकसभा की सीट पर 100 मोटराइज्ड़ ट्राईसाइकिल निशुल्क दिव्यांगजनों को हम बाटेंगे जिसकी कीमत ₹42 हजार आती है जिसका पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। देश के मा0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है कि देश के प्रत्येक दिव्यांगजन के जीवन में उजाला हो, मुख्यमंत्री जी की चाहत है कि उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्त हो मजबूत हो शिक्षा के रूप में आगे बढ़े जिसके लिए वर्तमान सरकार कृत संकल्पित है। इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं उन सभी योजनाओं का पात्र लाभार्थियों तक सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर लाभ पहुंचाने के लिए विभागीय अधिकारी गण बृहद अभियान संचालित करें ताकि सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ जनपद के सभी दिव्यांगजनों को सरलता के साथ प्राप्त हो सके। जिन दिव्यांगजनों की अभी तक पेंशन नहीं बनी है जिलाधिकारी ने जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी को मौके पर ही निर्देश दिए ऐसे सभी पात्र दिव्यांगजनों की पेंशन प्राथमिकता के आधार पर बनवाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। कृत्रिम अंग सहायक उपकरण योजना के अंतर्गत जो पात्र लाभार्थी जनपद में लाभान्वित नहीं किए गए हैं उनकी खोज करते हुए उन्हें सहायक उपकरण वितरण कराने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि दिव्यांगजनों के लिए यूडीआईडी कार्ड एक महत्वपूर्ण कार्ड है। अतः जिन दिव्यांगजनों के यह कार्ड भी नहीं बने हैं उनके लिए अभियान चलाकर सभी के कार्ड बनाए जाने की कार्यवाही विभागीय अधिकारियों के द्वारा तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर मा0 राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, मा0 महापौर आशा शर्मा, मा0 विधायक मुरादनगर अजीत पाल त्यागी, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी सुधीर कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमर जीत सिंह, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी पीयूष राय तथा अन्य अधिकारी कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ