गाजियाबाद हिंडन पार की सबसे बड़ी भगवान वाल्मीकि जी की जयंती की शोभा यात्रा पप्पू कॉलोनी से निकाली जाती थी वो जयंती इस बार वार्ड नंबर 10 पप्पू कॉलोनी गली नं 6 के महर्षि वाल्मीकि आश्रम मंदिर निर्माण कार्य की वजह से शोभा यात्रा नहीं निकाली गई यह मंदिर एनसीआर का सबसे सुंदर व् भव्य मंदिर सर्व समाज के सहयोग से बनने जा रहा है
आज दिनांक 9 अक्टूबर निगम पार्षद यशपाल पहलवान जी के नेतृत्व में वाल्मीकि जयंती अध्यक्ष ओमकार कांगड़ा जी की अध्यक्षता व् समाज के सभी प्रमुख लोगो के सहयोग से वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष में मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया गया है जिसमे हजारों लोग मौजूद रहे
एक दिन पहले भजन कीर्तन व् सत्संग किया गया है जिसमें साधु संत मौजूद रहे
वाल्मीकि समाज एंव गाजियाबाद व् एनसीआर व् हिंडन पार की विभन्न कॉलोनी होंगी जिनमे खोंडा ' विजय नगर ' भोपुरा ' पंचशील ' कुट्टी ' गगनविहार' करहैड़ा 'अर्थला जवाहर पार्क गरिमा गार्डन पंचशील झंडा लाजपत नगर ब्रिज बिहार सूर्य नगर साहिबाबाद गांव ' टीला ' लोनी ' शाहिद नगर ' आदि सभी कॉलोनी के
' सर्व समाज के प्रमुख लोग भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ हजारों लोगों की संख्या इस भंडारे में सम्मिलित हुए इस मौके पर उन सभी अतिथियों का एक सम्मान समारोह रख कर उनको सम्मानित गया है इस कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय प्रमुख लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जिनमें
ब्रहमपाल पिहवाल ' राजकुमार कांगड़ा ' रविंद्र टांक ' अमर सिंह टाक ' सचेत धिंगान ' संजय ढिंगिया 'परविंदर कांगड़ा ' बृजेश बहोत 'प्रेमचंद जी पाले राम जी सुमित जाटव ' प्रमोद जाटव ' रामपाल टॉक ' रविंदर चंदेल ' विनीत बेनीवाल ' सुमित सिम्बर ' सुमित पंडित ' विजयपाल बिडलान ' राजकुमार साहब ' सुभाष बोरा ' जितेंद्र टांक सुनील लाला ' सुभाष जी संतराम छजलाना ' यशपाल ' सोनू राजपाल कांगड़ा ' दीपक ' सचिन प्रदीप चंदेल ' मोनू गोवलिया ' राममेहर जी ' शोध शैलेंद्र ' परदेसी जी ' बाबूलाल जी ' राजवीर पर्चा ' रतन जी ' मनोज बेनीवाल ' अमित बीरमी ' अजीत जी ' संजय चौटाला ' पप्पू छपरोली ' सनी क्रोशिया ' परविंदर कांगड़ा ' अनिल चौधरी '
अशोक वैद ' अनिल चंदेल '
बलसेवाक ' संजय जीनवाल ' सुनील चंदेल ' रवि छजलाना ' अमित छजलाना ' प्रमोद पिंटू ' राजा चरण ' सनी करोतिया '
संदीप सूद 'शेखर पर्चा 'अनिल चंदेल सुशील काकड़ा भोपाल मास्टर जी संजय जाटव मूंगा सोमवारी बाबूलाल जी, संजू भाई दया चंद जी आदि प्रमुख मोजूद रहे
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