गाजियाबाद : थाना सिहानी गेट इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर कक्षा आठ में पढ़ने वाले महज 15 साल के बच्चे को स्कूल में 6 महीने की फीस जमा ना किए जाने के कारण सजा दी गई।लेकिन बच्चे ने उसे अपनी बड़ी बेइज्जती समझा और घर जाकर बच्चे ने फांसी लगा ली। जैसे ही इसकी जानकारी बच्चे के घर वालों को मिली तो उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई और आनन-फानन में बड़ी संख्या में लोग स्कूल पर पहुंचे और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर हंगामा किया।उधर पीड़ित परिवार के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर इस पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।पुलिस का कहना है कि जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्कूल प्रबंधन पर लगे इन सभी आरोपों को स्कूल प्रबंधन पूरी तरह से बेबुनियाद बता रहा है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अपने बेटे की मौत के बाद असहाय पिता और उसके पड़ोसी स्कूल पहुंचे। जहां उन्होंने अपने बेटे की मौत के जिम्मेदार स्कूल प्रबंधन को ठहराया है। मृतक बच्चे के पिता ने बताया कि वह खुद और उनकी पत्नी मजदूरी करते हैं।लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं।वह अपने परिवार के साथ पटेल मार्ग रविदास नगर के रहने वाले हैं। उनका एक बच्चा नर्सरी क्लास से ही पटेल नगर स्थित हैप्पी मॉडल स्कूल में पढ़ रहा था।अब उनका बेटा कक्षा आठ में पढ़ रहा था।उनका छोटा बच्चा अभी इसी स्कूल में पढ़ता है। माली हालत कमजोर होने के कारण वह 6 महीने की फीस जमा नहीं कर पाए थे। इसके लिए लगातार बच्चे पर फीस जमा किए जाने का दबाव स्कूल प्रबंधन की तरफ से बनाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी उन्होंने पूरे 1 साल की फीस एक साथ ही जमा की थी और इस बार भी उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ समय दीजिए और फीस जमा कर दी जाएगी। लेकिन बच्चा जब स्कूल पहुंचा तो उनके छोटे बच्चे को स्कूल में प्रवेश करने दिया गया।जबकि इस बच्चे को स्कूल में प्रवेश नहीं करने दिया गया। इतना ही नहीं आरोप है कि बच्चे को सभी के सामने कुछ सजा भी दी गई। बच्चे ने उसे अपनी बेज्जती समझते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बच्चे के पिता का कहना है।कि उनके बेटे ने स्कूल प्रबंधन के द्वारा प्रताड़ित किए जाने की जानकारी उन्हें कई बार दी। बहराल फीस जमा ना होने पर स्कूल प्रबंधन की तरफ से बच्चे पर इस तरह का दबाव बनाया गया। कि बच्चा अपनी बेज्जती नहीं झेल पाया और आखिरकार उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस तरह से एक स्कूल के मासूम के द्वारा फांसी लगाए जाने के बाद से जिले भर के ऐसे स्कूलों पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। जो स्कूल बच्चों पर फीस के लिए तमाम तरह का दबाव बनाते हैं।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी ग्रामीण डॉ ईरज राजा ने बताया कि इस तरह का मामला सामने आया है। फिलहाल पीड़ित परिवार के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जोभी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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