गाजियाबाद : सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार को जनता के अनुरूप कानून के दायरे में चलाना चाहते हैं लेकिन उनके इस मानसा को बिजली विभाग के अधिकारी पलीता लगा रहे हैं जबकि योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करते हैं वह तुरंत भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन में फैसले लेते हैं अभी हाल ही में पुलिस विभाग के डिप्टी एसपी को भ्रष्टाचार के आरोप में संलिप्त होने पर उन्होंने तुरंत कार्यवाही करते हुए डिप्टी एसपी से उनको सिपाही बना दिया
इससे यह मिसाल कायम होती हैं यदि कोई भ्रष्टाचार के आरोप में सही पाया जाता है तो उसके खिलाफ एक्शन लेते हैं मान्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वही इन सब बातों को नजरअंदाज करते हुए गाजियाबाद मुरादनगर के डिवीजन मैं तैनात अधिशासी अभियंता ब्रह्मानंद शर्मा अपनी सारी हदों को पार कर चुके हैं उपभोक्ताओं के द्वारा की गई शिकायतों का उन्होंने आज तक कोई निस्तारण नहीं किया है और उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार कर लोगों से नाजायज तरीकों से धन ऐठने का काम कर रहे हैं ऐसा ही आरोप बाबू खान निवासी मालिक नगर मुरादनगर के घर का बिल ₹100000 से अधिक का भेज दिया लेकिन उसने इसकी शिकायत की तो बिजली विभाग के लोगों ने उन्हें लालच दिया कि आप ₹50000 दे दो और आपका यह बिल खत्म कर दिया जाएगा और आपके मकान में नया मीटर भी लगाया जाएगा जिससे आपको कोई परेशानी नहीं आएगी यह सारी बातें सुनकर बाबू खान हक्का बक्का रह गया और उसने इन भ्रष्टाचारी की शिकायत विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता से की लेकिन उन्होंने इसका कोई संज्ञान नहीं लिया इस संबंध में जब हमारे संवाददाता ने इस मामले में उनसे कार्यालय पर जाकर जानकारी करनी चाहिए तो उन्होंने इस संबंध में कोई बात न कह कर और उल्टे पत्रकार से बदतमीजी करनी शुरू कर दी और कहने लगा के आप जज हो जो हम तुमको बताए हमारे भ्रष्टाचार का मामला अखबार में छपो हमै योगी,मोदी से भी नहीं डरते हैं इस मामले पर पत्रकार ने प्रदेश के मुख्य मंत्री,जिला अधिकारी चीफ इंजीनियर से इस बदसलूकी की शिकायत की है लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती विद्युत विभाग द्वारा प्राइवेट कर्मचारियों का ठेका क्यूज कॉप कंपनी को दिया गया है जब उसके जोनल मैनेजर अमरेंद्र मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया हमारे कर्मचारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप में हमने उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए उनका एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में ट्रांसफर कर दिया है लेकिन मामला ट्रांसफर तक नहीं है उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी जल्द अमल में लाई जाएगी यदि वह दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ एफ आई आर करा कर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी भ्रष्टाचार को रोकने के लिए हम सरकार के साथ खड़े हैं और सरकार के मंसूबों पर हम पानी नहीं फिरने देंगे
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