श्री गुरु नानक देव जी ने अपने धार्मिक उपदेशों के माध्यम से मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया,सिख गुरुओं का जीवन देश और धर्म के लिए पूरी तरह समर्पित था स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ, देश तथा धर्म के लिए अपने को समर्पित करने वाले को लोग युगों-युगों तक श्रद्धा, विश्वास तथा आदर के साथ याद करते हैं,इतिहास हमें अतीत की गलतियों से सबक सीखने की प्रेरणा प्रदान करता है
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज जगद्गुरु श्री गुरु नानक देव जी का पावन प्रकाश उत्सव है। देश व दुनिया में जहां कहीं भी भारतवंशी निवास कर रहे हैं, वे श्रद्धा व विश्वास के साथ इस आयोजन से जुड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां डी0ए0वी0 कॉलेज में आयोजित साहिब श्री गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाशोत्सव के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को सरोपा व प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। प्रदेशवासियों को प्रकाशोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि मध्यकाल में जब यह देश विधर्मियों के आतंक से आतंकित था, धर्म संकट में था, बहन-बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं थी तथा मानवता अपने अस्तित्व के लिए गुहार लगा रही थी, ऐसे समय में मानवता के कल्याण के लिए अपने उपदेशों तथा व्यापक जनजागरण के कार्यक्रमों के माध्यम से गुरु नानक देव जी के रूप में प्रकाश पंुज प्रकट हुआ था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सिख गुरुओं का एक गौरवशाली इतिहास है तथा देश व धर्म के लिए आत्मबलिदान की एक अच्छी परम्परा भी है। यह हमें प्रेरणा प्रदान करती है तथा समाज को इससे नई ऊर्जा प्राप्त होती है। आज एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए साधन उपलब्ध हैं, तब भी हम अनेक प्रकार से कठिनाई महसूस करते हैं। हमें यह स्मरण रखना होगा कि जिस समय साधन उपलब्ध नहीं थे, तब गुरु नानक देव जी ने देश के विभिन्न भागों में तथा अनेक देशों में जहां आज जाना दुर्लभ है, वहां जाकर धार्मिक उपदेशों के माध्यम से मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम आज यहां डी0ए0वी0 कॉलेज के प्रांगण में भव्यता के साथ इस आयोजन से जुड़े है। यहां सिख समाज के साथ-साथ समाज के हर तबके के लोग उपस्थित होंगे। हम यहां बिना किसी भय के बैठे हैं। देश के अलग-अलग क्षेत्रों में कीर्तन यात्राएं एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, लेकिन गुरु नानक देव जी से जुड़े ननकाना साहब के पवित्र स्थल पर इस प्रकार के भव्य आयोजनों पर पाबन्दी है। हमें इस पर अवश्य विचार करना चाहिए। इतिहास केवल पढ़ने की वस्तु नहीं है। इतिहास प्रेरणा व मार्गदर्शक होता है। इतिहास हमें अतीत की गलतियों से सबक सीखने की प्रेरणा प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें सिख गुरुओं का स्मरण करते हुए, उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करनी चाहिए, उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। हम उनका स्मरण इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनका जीवन देश और धर्म के लिए पूरी तरह समर्पित था। जो भी अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ, देश तथा धर्म के लिए अपने को समर्पित करेगा, लोग युगों-युगों तक उसका नाम श्रद्धा, विश्वास तथा आदर के साथ लेते रहेंगे। आज एक नई प्रेरणा हम सभी को निरन्तर प्राप्त हो रही है। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि सभी गुरु नानक देव जी के उपदेशांे से प्रेरणा लेते हुए लोक कल्याण, समाज कल्याण, देश व धर्म के लिए अपने को समर्पित करेंगे।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्यमंत्री श्री कौशल किशोर, पूर्व उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा, प्रदेश के कृषि राज्यमंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, विधायक श्री नीरज बोरा, श्री योगेश शुक्ल, श्री राजेश्वर सिंह, उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के अध्यक्ष श्री मोहसिन रजा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सूचना एवं गृह श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर एवं वरिष्ठ अधिकारीगण, लखनऊ गुरुद्वारा प्रबन्धक समिति के अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा, उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परविन्दर सिंह सहित सिख समुदाय से जुड़े अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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