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ईरान के राजदूत ने इण्डिया फाउण्डेशन तथा इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिकल एण्ड इण्टरनेशनल स्टडीज, ईरान के प्रतिनिधिमण्डल के साथ मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट की

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है। वर्तमान में 25 करोड़ की आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती है। देश की आत्मा उत्तर प्रदेश में निवास करती है। उत्तर प्रदेश, देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश ग्रोथ इंजन के रूप में विकास की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। उत्तर प्रदेश खाद्यान्न सहित अनेक क्षेत्रों में देश में प्रथम स्थान पर है। 
 मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर भारत में ईरान के राजदूत डॉ0 इराज इलाही के साथ शिष्टाचार भेंट के अवसर पर व्यक्त किए। ईरान के राजदूत इण्डिया फाउण्डेशन तथा इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिकल एण्ड इण्टरनेशनल स्टडीज, ईरान के प्रतिनिधिमण्डल के साथ मुख्यमंत्री जी से शिष्टाचार भेंट कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की कुल कृषि योग्य भूमि का 12 फीसदी उत्तर प्रदेश में है, लेकिन उत्तर प्रदेश, देश के 20 प्रतिशत से अधिक खाद्यान्न का उत्पादन करता है। देश का सबसे अच्छा जल संसाधन भी उत्तर प्रदेश में है। राज्य गेहूं, चीनी और अन्य कई कृषि उत्पादों के साथ ही, फलों, सब्जियों एवं दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश ने अवसंरचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। प्रदेश में हाईवे, एक्सप्रेस-वे, हवाई सेवा और रेल सेवा के माध्यम से उत्कृष्ट कनेक्टिविटी उपलब्ध है। 
 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत और ईरान विश्व की अतिप्राचीन संस्कृतियां हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ईरान के साथ अपने द्विपक्षीय सम्बन्धों को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री जी की वर्ष 2016 में ईरान की यात्रा के माध्यम से इन सम्बन्धों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायता प्राप्त हुई है। उत्तर प्रदेश, देश का एक महत्वपूर्ण राज्य है। प्रदेश दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय सम्बन्ध को और अधिक प्रगाढ़ बनाने की दिशा में अपना योगदान प्रदान करेगा। प्रदेश के अनेक इस्लामिक धर्मगुरु ईरान की यात्रा पर जाते हैं, ईरान में प्राप्त सुखद अनुभवों को यहां साझा करते हैं। प्रदेश सरकार, भारत सरकार के सान्निध्य में न केवल इन सम्बन्धों को और मजबूत बनाने के लिए, बल्कि राजनयिक सम्बन्धों के साथ ही बी-टू-बी के माध्यम से भी इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की दिशा मंे कार्य कर रही है। 
  मुख्यमंत्री जी ने ईरानी डेलिगेशन को आमंत्रित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अनेक सेक्टर हैं, जिनमें निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं। इन सभी सेक्टर्स के लिए 25 से अधिक सेक्टोरल पॉलिसीज़ का निर्माण किया गया है। इन पालिसीज़ के दायरे में हमारे पास पर्याप्त मात्रा में लैण्ड बैंक है। कोई भी निवेशक इन सभी सेक्टोरल पॉलिसीज़ के अन्तर्गत प्रदेश के अंदर निवेश कर सकता है। उत्तर प्रदेश, देश के अंदर निवेश का सबसे अच्छा गंतव्य है।
 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अच्छी कनेक्टिविटी सुलभ कराने के लिए इनलैण्ड वॉटर-वे की सुविधा भी प्रदेश में उपलब्ध है। उत्तर प्रदेश एक लैंडलॉक राज्य है। वाराणसी से हल्दिया के बीच इनलैण्ड वॉटर-वे की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रदेश में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों एवं निर्यातकों को सहायता प्रदान की जाती है। उत्तर प्रदेश ईरान के साथ अनाज, चीनी और दुग्ध उत्पाद के लिए सहयोग कर सकता है। फरवरी, 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन प्रदेश में प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश में निवेशकों को निवेश के लिए सुरक्षित एवं सहयोग पूर्ण वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है। 
 इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए ईरान के राजदूत डॉ0 इराज इलाही ने कहा कि भारत और ईरान मिलकर विकास के पथ पर तेजी से बढ़ रहे हैं। दोनों देशों में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। कोई भी विदेशी जब उत्तर प्रदेश में आता है तो वह अपने देश में होने का अनुभव करता है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को ईरान की यात्रा के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि जब वह ईरान आएंगे तो उन्हें भारत में होने का अनुभव होगा। ईरान, प्रदेश के साथ एनर्जी, रॉ मैटेरियल जैसे क्षेत्र में सहयोग कर सकता है। भारत और उत्तर प्रदेश ईरान के विभिन्न प्रोजेक्ट्स में निवेश कर सकते हैं।  
 इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्री दानिश आजाद अंसारी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश प्रभु, राज्य सरकार के पूर्व मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

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