गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा के अनुरूप गाजियाबाद के होटल में हुआ जनपद स्तरीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2023 का भव्य आयोजन, गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट में आया अपेक्षा से कहीं अधिक निवेश, मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह ने दीप प्रज्वलित कर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का किया शुभारंभ, देश के मा0 प्रधानमंत्री जी एवं उत्तर प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री जी के प्रयासों से उत्तर प्रदेश को लगे विकास के पंख, निरंतर विकास की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश, देश एवं विदेश की प्रतिष्ठित कंपनियों के द्वारा भी किया जा रहा है
उत्तर प्रदेश में निवेश, सिंगल विंडो सिस्टम से उद्यम की स्थापना प्रणाली हुयी और भी सरल, जिलास्तरीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 3000 निवेशकों ने दिये 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 70 हजार करोड़ के निवेश के एमओयू साइन, लगभग 05 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार, लखनऊ में 10 फरवरी से आयोजित होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से पूर्व जनपद को मिली बड़ी सफलता, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, सिंगल विंडो सिस्टम से हो रहा मिनटों में समस्याओं का समाधान- मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह, यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर समिट रचेगी विश्व में नया इतिहास, विकास व रोजगार के खुलेंगे नए द्वारा- मा0 कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, यूपी की इंवेस्ट फ्रेंडली नीति और बेहतर कानून व्यवस्था से निवेशकों में दिख रहा
उत्साह- मा0 राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, निवेशक मा0 मुख्यमंत्री जी के वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने में करें सहयोग- डीएम राकेश कुमार सिंह, मा0 मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में उद्योगों के लिए बना बेहतर माहौल, नए उत्तर प्रदेश में अब हर कोई चाहता है करना निवेश, हवाई सेवाओं में मजबूत हो रहा है उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद समिट में निवेशकों ने उत्साह के साथ आगे बढ़ाए अपने हाथ, मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में बड़ी तादात में निवेश लाने के लिये 10-12 फरवरी के मध्य तीन दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन लखनऊ में किया जाना है।
मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा देश भर में भ्रमण कर उद्यमियों एवं निवेशकों को प्रदेश में इकाईयों की स्थापना के लिये आमंत्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही निवेश को बढ़ावा देने के लिये विभिन्न राज्यों में रोड शो भी आयोजित किये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा माह फरवरी, 2023 में निर्धारित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के क्रम में आज दिनांक 25 जनवरी, 2023 को होटल रेडिसन ब्लू कौशांबी में जिलास्तरीय इंवेस्टर्स समिट गाजियाबाद का आयोजन एक यादगार के रूप में संपन्न हुआ।
इससे पूर्व होटल रेडिसन ब्लू के भव्य ऑडिटोरियम में मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह, मा0 कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, मा0 राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट का विधिवत शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम शुभारम्भ के पश्चात प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा मा0 मंत्री जी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।
इससे पूर्व मा0 मुख्य अतिथि एवं मा0 विशिष्ट अतिथियों द्वारा प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन एवं स्टॉल्स का भ्रमण कर दृश्यवलोकन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के करकमलों से जनपद गाजियाबाद के लिए वेबसाइट http://www.investghaziabad.com की लॉन्चिंग कर वेबसाइट का शुभारंभ किया गया। शासन स्तर से सभी जनपदों को लक्ष्य का आवंटन किया जा चुका है। जनपद गाजियाबाद में लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 92 हजार करोड़ से अधिक के निवेश के प्रस्ताव 3000 उद्यमियों एवं निवेशकों द्वारा दिये गये हैं।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग भारत सरकार डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह ने कहा कि यह गर्व का क्षण है जब प्रदेश की स्थिति को विगत 05 वर्ष में इतना अच्छा बनाया गया है कि देश-विदेश में यहां की सुधरी हुई कानून व्यवस्था की चर्चा है। आज जनपद गाजियाबाद में 92 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव एवं 70 हजार करोड़ के एमओयू उसी का सुखद परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि एक निवेशक तभी निवेश करता है जब वह अपने निवेश के प्रति सुरक्षित रहने के लि पूरी तरह से आश्वस्त होता है। आज विकास को केन्द्रित करते हुए मा0 प्रधानमंत्री जी एवं मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में आप सभी के सहयोग से उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है। आज पूरे विश्व में जो आर्थिक माहौल है उसमें भारत को सबसे अच्छी नजर से देखा जा रहा है यही वजह है कि आज भारत और देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विदेशों से इन्वेस्टर निवेश करने आ रहे हैं।
भारत की जीडीपी ग्रोथ को देखते हुए विदेश के लोग यहां निवेश के लिए लालायित हैं। निवेशकों एवं औद्योगिक घरानों को इकाई स्थापना के लिये एनओसी लेने के लिये महीनों का समय लगता था अब सिंगल विंडो क्लियरेंस के माध्यम से उसे कुछ दिनों में ही दूर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिये देश भर में रोड शो किए गए, सभी जगह से यही फीडबैक मिला कि आज उत्तर प्रदेश एक बदला हुआ प्रदेश है।
अब यहां बिना रिश्वत और भ्रष्टाचार के कार्य किये जा रहे हैं। पिछले इंवेस्टर्स समिट में भी हमने अच्छा निवेश प्राप्त किया था, हमने कोविड काल को भी झेला है। मा0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आयोजित ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में निवेशकों व उद्यमियों से बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। इस बार पुरानी कमियों को दूर किया गया है,
अब तक ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिये 17 लाख करोड़ से अधिक के निवेश का लक्ष्य रखा गया है। आज 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश के विकास का एक ही एजेण्डा है कि बिना किसी भेदभाव व भ्रष्टाचार के एक-एक व्यक्ति तक विकास का उजाला पहुॅचे। उत्तर प्रदेश बाहें फैलाकर आपके स्वागत को तत्पर है, इकाई स्थापना में कोई अड़चन नहीं आने दी जाएगी। प्रदेश में औद्योगिक नीतियों को उद्यमियों के अनुसार बदला गया है ताकि अधिक से अधिक रोजगार सृजन के अवसर मुहैया हो सकें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में 08 फरवरी तक निवेश का यह आंकड़ा 01 लाख करोड़ को भी पार कर जाएगा।
इस अवसर पर मा0 कैबिनेट मंत्री एमएसएमई, खादी ग्रामोद्योग, रेशम उत्पादन, कपड़ा उ0प्र0 राकेश सचान ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल समिट के लिए गाजियाबाद ने बड़ा योगदान दिया है। अपेक्षा से कहीं अधिक निवेश प्रस्ताव आने के बाद यह बात साबित हो गई है कि अब गाजियाबाद औद्योगिक नगरी का स्वरूप वापस लौट रहा है। रैपिड ट्रेन की शुरूआत होने वाली है। उत्तर प्रदेश के प्रवेशद्वार गाजियाबाद में औद्योगिक माहौल तैयार हुआ तो उद्यमियों ने भी निवेश के लिए अपने कदम आगे बढ़ाए हैं, यह अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि उद्यमियों ने साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का सपना न केवल साकार हो रहा है बल्कि अब उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रदेश बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यूपी ग्लोबल समिट होने में अभी 15 दिन शेष है जिसमें गाजियाबाद से और भी निवेश प्रस्ताव प्राप्त होंगे ऐसी मुझे उम्मीद है। जब से मा0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत की कमान संभाली है तब से भारत का कद विदेश में बढ़ा है। यूपी ग्लोबल समिट के लिए प्रदेश सरकार के मंत्रियों के 08 समूह बनाए गए जिन्होंने 19 देशों में जाकर उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रस्ताव रखें आप यकीन मानिए बदलते उत्तर प्रदेश में विदेशी इन्वेस्टर न केवल निवेश के लिए आ रहे हैं बल्कि उन्होंने तो यहां उद्योग लगाने के लिए भूमि भी तलाशना शुरू कर दिया है। देश की जीडीपी में 08 प्रतिशत की हिस्सेदारी अकेले उत्तर प्रदेश की है तो फिर ऐसे में हर कोई चाहता है की उत्तर प्रदेश में ही वह उद्योग लगाएं। व्यापारी, उद्यमी बिना किसी खौफ के अब उद्योग लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में उद्यमियों का बहुत बड़ा योगदान है। इस अवसर पर मा0 राज्य मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उ0प्र0 नरेंद्र कश्यप ने कहा कि जिस तरह से लखनऊ में 10 से 12 फरवरी, 2023 के मध्य ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट होने जा रहा है उसी तरह आज गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया है। जनपद गाजियाबाद पूर्व से ही उद्योग नगरी के नाम से जाना जाता रहा है जिसमें अब और कई नए आयाम एवं कीर्तिमान स्थापित होंगे जिससे जनपद गाजियाबाद की एक नई पहचान पूरी दुनियां के सामने होगी। उन्होंने सभी उद्यमियों व निवेशकों से आह्वान किया कि भयमुक्त शासन एवं सिंगल विडों क्लियरेंस नीति का लाभ उठाते हुए अधिक से अधिक निवेश करें। उन्होंने कहा कि न केवल आप निवेश करें बल्कि देश-विदेश में रहने वाले अपने मित्रों व साथियों को भी गाजियाबाद में निवेश के लिये प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में वह स्थिति देखी है जब उद्यमी अपने को सुरक्षित नहीं समझते थे, गाजियाबाद ने भी उस दंश को झेला है। आज पुलिसिंग, सुरक्षा एवं उद्योग फ्रेंडली वातावरण के चलते देश ही नहीं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में उत्तर प्रदेश को शुमार किया जा रहा है। आज चंद घंटो में प्रदेश के एक कोने से दूसरे कोने तक एक्सप्रेस वे के माध्यम से पहुॅचा जा सकता है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि यह जनपद के लिये बड़ा हर्ष का विषय है कि मा0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आह्वान पर हम सभी जनपद स्तरीय इंवेस्टर्स समिट में आज यहां एक दूसरे से रूबरू हो रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत के विकास का इंजन है और देश की तीसरी सबसे बडी अथर्व्यवस्था है, जो कि तीव्र गति से वृद्वि कर रही है और उत्तर प्रदेश के विकास का इंजन गाजियाबाद है। जनपद गाजियाबाद, जिसे ’उत्तर प्रदेश के प्रवेश द्वार’ के नाम से जाना जाता है, निवेशको हेतु भी सबसे आकर्षक विकल्प के रूप में उभरा है। लगभग 33000 इकाईयों और 12 लाख कमर्चारियों वाली बडी कार्यशील आबादी के साथ जनपद गाजियाबाद में पहले से ही निवेश हेतु बेहतर माहौल और अवसर उपलब्ध है, इनमें और सुधार करते हुए सरकार द्वारा विभिन्न नई नीतियों के माध्यम से उद्यमियों को बहुत सी सहूलियतें और अनुदान- सम्बन्धी विभिन्न सुविधाएं भी प्रदान की जा रही है। जनपद गाजियाबाद से लगभग 12000 करोड रू0 का वाषिर्क नियार्त किया जाता है, जिसमें आयरन, स्टील, इंजीनियरिंग गुडस, आटोमोबाइल पार्ट्स, टैक्सटाइल, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॅानिक गुडस एवं खाद्य प्रसस्ंकरण उत्पादो का नियार्त विभिन्न देशो में किया जा रहा है। गाजियाबाद में कुल 24 सरकारी एवं निजी क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र है। प्रदेश सरकार की नवीन नीतियों से निवेशको को जागरूक करते हुए एवं ईज आफ डूइंग बिजनेस को बढावा देते हुए जो प्रस्ताव विभिन्न सेक्टर के निवेशको से आंमत्रित किये गए है, उनमें सवार्धिक संख्या जनपद गाजियाबाद के लिये निवेश प्रस्तावो की है। प्रदेश स्तर पर अभी तक प्राप्त सभी प्रस्तावो में से अकेले गाजियाबाद जिले से लगभग 92 हजार करोड रू0 के प्रस्ताव है। इनमें से भी सबसे अधिक लगभग 2000 प्रस्ताव एमएसएमई विभाग के है, जो संख्या की दृष्टि से पूरे प्रदेश का लगभग 22 प्रतिशत है तथा निवेश राशि रू0 10,000 करोड का आंकडा पार कर चुकी है। जिसमें इंजीनियरिंग उत्पादो के अतिरिक्त इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॅानिक गुडस, टैक्सटाइल व गारमेन्टस, ट्वाय़ज, फूड प्रोसेसिंग, पेपर प्रोडक्टस आदि से संबंधित इकाइयों की स्थापना के प्रस्ताव प्राप्त हुये है। जनपद गाजियाबाद में निवेशको की सवर्प्रमुख माॅॅग, जो कि जमीन की उपलब्धता से संबंधित है, उसे पूरा करने की दिशा में युद्वस्तर पर प्रयास किये जा रहे है। लगभग 500 हैक्टेयर की भूमि एन0पी0आर0 रोड पर चिह्नित की गयी है, जो कि मास्टर प्लान में औद्योगिक भू-उपयोग के लिये आरक्षित है। इसके अधिग्रहण सम्बन्धी कायर्वाही प्रारम्भ की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त लोनी क्षेत्र में यूपीसीडा की लगभग 500 एकड जमीन उपलब्ध है, जिस पर उद्योगो की स्थापना की जाएगी। नगर निगम, गाजियाबाद ने लगभग 450 करोड रू0 की लागत के तीन प्रस्ताव उपलब्ध कराए गये है, जो कि ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन से संबंधित है। अतः इनके माध्यम से जनपद के औद्योगिक विकास के साथ पयार्वरण को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और सस्टेनेबल डेवलपमेन्ट की अवधारणा पर कार्य किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आई0जी0एल0 द्वारा डासना में लगभग 150 करोड रू0 की लागत से एक ग्रीन हाइड्रोजन प्लान्ट की स्थापना की जा रही है, जो कि उद्योगो को स्वच्छ इंर्धन उपलब्ध कराने की दिशा में विशेष रूप से कारगर होगा। आज के इस कायर्क्रम में ट्राॅन्सपोर्ट, रीयल स्टेट, औद्योगिक विकास, मैडीकल से संबंधित निवेश की संभावनाओं पर विचार मंथन के साथ एन0एच0ए0आई, एमएसएमई पाॅलिसी, टैक्सटाइल एवं इण्ड्रस्ट्रीयल इन्वेस्टमेन्ट प्रमोशन पाॅलिसी, यू0पी0सी0डा0, पयर्टन पाॅलिसी आदि के प्रस्तुतिकरण किए गए, जिससे आपको गाजियाबाद में निवेश के अवसरो को ओर भी सरल रूप में समझने में सहायता मिलेगी। इस अवसर पर उन्होंने आह्वान किया कि आइए, हम सब मिलकर भारत को विश्व की सबसे मजबूत अथर्व्यवस्था बनाने में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने आह्वान किया कि निवेशक मा0 मुख्यमंत्री जी के वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने में सहयोग करें। उद्यमी देश के विकास को गति देने का कार्य करते है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह आयोजित होने वाली जिला स्तरीय उद्योग बंधु की बैठक में उद्यमियों का ऐसा कोई एजेण्डा लम्बित नहीं है जिसका समाधान न किया गया हो। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट अन्य जनपदों से अलग है, उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि आईये आप और हम मिलकर जनपद गाजियाबाद में निवेश कर जनपद के विकास में भागीदारी करें। उन्होंने गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट में प्राप्त 92 हजार करोड़ से अधिक के प्रस्ताव पर निवेशकों एवं उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपको इकाई स्थापना में जो भी लाइसेंस, अनुमतियां, एनओसी की आवश्यकता होगी उसको पूरा करना हमारा नहीं बल्कि मेरा सरदर्द है, आपको नियमों के तहत बस आवेदन करना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आप जो भी एमओयू करेंगे उसे धरातल पर भी उतारेंगे। उन्होंने इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में गाजियाबाद का अपना एक अलग स्थान हो और यहां के उद्यमियों में वह दमखम है जिससे गाजियाबाद वैश्विक स्तर पर अपनी एक नई पहचान बनायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद गाजियाबाद औद्योगिक दृष्टि से उन्नतशील जनपद है तथा यहाँ पर औद्योगिक अवस्थापनाएं विश्व स्तरीय है, जिससे प्रभावित होकर निवेशकों द्वारा अधिकाधिक निवेश करने के लिए अपने प्रस्ताव प्रस्तुत किए गये तथा एम0ओ0यू0 हस्ताक्षर किए गये है। न केवल जनपद के निवेशकों को बल्कि देश एवं विदेश की प्रतिष्ठित कम्पनियों द्वारा भी जनपद गाजियाबाद में निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए गये है। इस क्रम में जनपद में निवेश करने वाले लगभग 3000 निवेशकों द्वारा 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिये गये है, जिसमें लगभग 05 लाख के रोजगार सृजन की सम्भावना है। उक्त निवेशकों में से 2643 निवेशकों द्वारा रू0 70 हजार करोड के एम0ओ0यू0 हस्ताक्षर किए गये है।मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि गाजियाबाद इंवेस्टर्स समिट में बहुत से विषय आपके सामने आएंगे। प्रदेश सरकार में जनपद के विकास एवं निवेश प्रदान करने के लिए अपार संभावनाएं सामने आयीं हैं। उन्होंने उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले इंवेस्टर्स समिट में भी गाजियाबाद का अच्छा योगदान देखने को मिला और उन्हें आशा है कि इस बार भी आपके द्वारा जनपद में बढ़-चढ़कर निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन आपके साथ है। उन्होंने शासन-प्रशासन व उद्यमियों के मध्य सेतु बनने का बीड़ा उठाते हुए कहा कि दिल्ली-एनसीआर के नजदीक होने के कारण निवेशक एवं उद्यमी यहां निवेश के लिये आतुर हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर निवेशकों व उद्यमियों की समस्याओं का निराकरण कराने के साथ ही नई इकाईयों की स्थापना के लिये नये आयाम खोले गए। समारोह में निदेशक (वित्त) आरआरटीएस नई दिल्ली नमिता मेहरोत्रा द्वारा ट्रांसपोर्ट क्षेत्र से संबंधित एवं निवेश की संभावनाओं पर अपना उद्बोधन दिया गया, सीईओ जे0पी0 ग्रुप मनोज गौर द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपना उद्बोधन दिया गया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन इंडिया नीरज सिंघल द्वारा औद्योगिक क्षेत्र से संबंधित एवं निवेश की संभावनाओं पर अपने विचार व्यक्त किए, प्रबंध निदेशक उप्पल चड्ढा ग्रुप (वेब सिटी) गाजियाबाद राजीव गुप्ता द्वारा रियल एस्टेट से संबंधित एवं निवेश की संभावनाओं पर अपने विचार रखते हुए निवेशकों को सम्बोधित किया गया एवं सीनियर वाइस प्रेसिडेंट इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन नीरज सिंघल द्वारा औद्योगिक निवेश पर अपने उद्गार व्यक्त किए गए। इसी प्रकार ई0एण्डवाई0 ओडीओपी सैल लखनऊ अविनाश पाण्डेय द्वारा एमएसएमई, आईआईपी, टेक्सटाइल एवं अन्य पॉलिसी पर प्रस्तुतीकरण, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी मेरठ अंजू चौधरी द्वारा टूरिज्म पॉलिसी पर प्रस्तुतीकरण, चीफ टीओडी एक्सपर्ट एनसीआरटीसी दिल्ली मुकुट शर्मा द्वारा एनसीआरटीसी पर प्रस्तुतीकरण, एनएचएआई से पुनीत खन्ना ने एनएचएआई द्वारा संचालित योजनाओं एवं प्रस्तावित योजनाओं के आस-पास निवेश की संभावना पर प्रस्तुतीकरण, डीडीएफ कंसलटेंट गाजियाबाद विकास प्राधिकरण कुलदीप एवं क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीसीडा गाजियाबाद सी0के0 मौर्या द्वारा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण एवं यूपीसीडा में निवेश पर प्रस्तुतीकरण, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के जोनल हेड राजीव पैंथरे द्वारा एचडीएफसी बैंक की योजनाओं पर प्रस्तुतीकरण, डायरेक्टर गवर्नमेंट अफेयर फ्लिपकार्ट तुषार मुखर्जी द्वारा फ्लिपकार्ट पर संबोधन, चीफ कॉपरेट अफेयर टाटा स्टील लि0 मनीष मिश्रा द्वारा टाटा स्टील पर संबोधन, ऑपरेशंस हेड डाबर इंडिया लि0 राहुल अवस्थी द्वारा डाबर इंडिया लिमिटेड पर संबोधन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि0 संदीप कालिया द्वारा प्रेजेंटेशन एवं यूनिट हेड हमदर्द लैबोरेट्रीज लि0 शमशाद अली एवं डायरेक्टर जीसी इंटरनेशनल सिद्धार्थ शिवरामन द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों से सम्बन्धित नीतियों का प्रस्तुतीकरण किया गया। इसी क्रम में जनपद गाजियाबाद में आयोजित गाजियाबाद इन्वेस्टर्स समिट में जनपद की वृहद औद्योगिक इकाइयों रियल एस्टेट के निवेशको एवं गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, यूपीसीडा द्वारा अपने उत्पाद की ब्रांडिंग एवं प्रचार-प्रसार हेतु होटल रेडिसन ब्लू में अपने स्टाल लगाए गए, जिनमें एनएन लाईट, गोदावरी फार्म एंड सर्विसेज, हमदर्द लैबोरेट्रीज लिमिटेड, श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लिमिटेड, समरकूल होम अप्लायंसेज लिमिटेड, रश्मि इलेक्ट्रिकल, भवानी फायर प्रोटक्शन प्राइवेट लिमिटेड, प्रेम इंपैक्स ट्रोनिका सिटी, बिरकन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड, एमबी रबर्स प्राइवेट लिमिटेड, एबिलिटी इंडिया पिस्तौंस एंड रिंग्स लिमिटेड, ओरियनप्रो तोषी ऑटोमेटिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड, अंकुर ट्रेडर्स एंड इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड, विक्रांत आयरन प्राइवेट लिमिटेड, तोशी ऑटोमेशन सॉल्यूशंस, रिषभ इंजीनियरिंग कंपनी, अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज, एलजा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ-साथ एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, बैंक ऑफ बड़ौदा एवं पंजाब नेशनल बैंक, तथा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण एवं रियल एस्टेट सेक्टर से उप्पल चड्डा हाईटेक डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, एवीएस इंडिया इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, आदित्य वर्ल्ड सिटी, सनसिटी हाईटेक एवं टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विस लिमिटेड द्वारा अपने उत्पादों एवं सेवाओं की ब्रांडिंग की गई। मा0 मुख्य अतिथि डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा उक्त प्रदर्शनी में लगाए गए स्टॉल का भ्रमण कर अवलोकन किया गया एवं इनके द्वारा निर्मित उत्पादों तथा दी जाने वाली सेवाओं के विषय में विस्तृत रूप से जानकारी ली गई। गाजियाबाद इन्वेस्टर्स समिट में जनपद की प्रमुख औद्योगिक इकाइयों कंटीनेटेंटल कार्बन इंडिया लिमिटेड, एमजी गोयल गैस लिमिटेड एलिन इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, मोहन मेकिंग्स लिमिटेड, मिता इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसी हार्डवेयर प्राइवेट लिमिटेड, हिंदुस्तान पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, जीसी साइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बंसल वायर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, डाबर इंडिया लिमिटेड टाटा स्टील लिमिटेड, पंजाब बेवल गियर भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड, सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड पहाड़पुर कूलिंग टावर लिमिटेड के उच्चाधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जनपद गाजियाबाद के अंतर्गत गाजियाबाद इन्वेस्टर समिट में जनपद में अब तक प्राप्त कुल निवेश लगभग 90 हजार करोड़ के प्रमुख निवेशकों जैसे ग्रुप के आरएस नेटवर्क द्वारा रुपए 10000 करोड़, उप्पल चढ्ढा हाईटेक डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 3150 करोड़, प्रतीक रियल्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 2600 करोड़, प्रतीक ग्रुप द्वारा रुपए 2600 करोड़, सनसिटी हाइटेक इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 2000 करोड़, संजीवनी एंटरप्राइजेज द्वारा रुपए 1200 करोड़, दास ने कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 1000 करोड़, आरजी स्ट्रेजी ग्रुप द्वारा रुपए 650 करोड़, सोम डिस्टलरीज एंड ब्रेवरीज लिमिटेड द्वारा रु 500 करोड़, प्राइवेट पार्क हेतु चित्रा रियलकोन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रु 500 करोड़, एस्टेट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 450 करोड़, अपेक्स ग्रुप द्वारा रुपए 400 करोड़, यूपी टाउनशिप इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 350 करोड़, दुर्गा फिल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 300 करोड़, क्रिएशंस द्वारा रुपए 324 करोड़, भूमि गारमेंट्स द्वारा रुपए 323 करोड़, शतबोल्ट बिल्ड वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 300 करोड़, रामप्रस्थ अर्बन डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 300 करोड़, यशोदा प्लस फार्मेसी इंडिया लिमिटेड द्वारा रुपए 300 करोड़, साई सहारा बिल्डर्स एंड एसोसिएट द्वारा रुपए 267 करोड़, मेट्रो सूट्स होम्स द्वारा रूपए 250 करोड़, सूक्ष्मातनु एफएमसीजी प्रोडक्ट लिमिटेड द्वारा रुपए 217 करोड, पवित्रा कौन बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 200 करोड़, आदर्श सहकारी आवास समिति लिमिटेड द्वारा पर 200 करोड़, फ्रेगरेंस ड्रीम्स होम्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 200 करोड़, रामप्रस्थ रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पर 200 करोड़, कामरूप प्रमोटर्स द्वारा रुपए 150 करोड़, नक्षत्र इंफ्राटेक द्वारा 135 करोड़, आर होम्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 125 करोड़, दोघट ऑर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 124 करोड़, एसकेएस एजुकेशनल एंड सोशल ट्रस्ट द्वारा रुपए 120 करोड़, गर्ग रीयलटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 120 करोड़, केवीएस इंडिया इंफ्रा द्वारा रुपए 120 करोड़, ईशान इंफ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 118 करोड़, श्रीजी स्टील द्वारा रू 110 करोड़, अंकुर ट्रेडर्स एंड इंजिनियर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रु 100 करोड़, यूएस के एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रु 100 करोड़, स्पेक्ट्रम टेक्नोलॉजी लिमिटेड द्वारा रुपए 100 करोड़, यूनिनव डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रु 100 करोड़, ऑक्सी हाइट्स इंफ्रा एलएलपी द्वारा रु 100 करोड़, सीबी टेक हाउसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 98 करोड, केंद्रीय जल आयोग सहकारी आवास समिति लिमिटेड द्वारा रुपए 90 करोड़, तनु फैशन द्वारा रुपए 88 करोड़, नेचुरल क्राफ्ट बोर्ड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 85 करोड़, राजवंश इंफ्रा कौन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 85 करोड़, एसकेजी होम्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 80 करोड़, चंद्रा फैब्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 55 करोड़, रामदयाल भागीरथ मुथा एंड कंपनी द्वारा रुपए 55 करोड़, दिव्यानंद बायो केयर द्वारा रु 50 करोड़, सर्कुलर आईटी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 50 करोड़, नॉर्मा इंडिया लिमिटेड द्वारा रु 50 करोड़, सचिन जैन द्वारा रु 50 करोड़, राजू जैन द्वारा रु 50 करोड़, बीडीएम एंटरप्राइजेज द्वारा रु 50 करोड़, जगदंबा एंटरप्राइजेज द्वारा रु 50 करोड़, काशीनाथ स्टील इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रु 50 करोड़, टैक्सफैब स्पिनिंग मिल द्वारा रु 50 करोड़, रूद्र एंटरप्राइजेज द्वारा रुपए 40 करोड़, अल्ट्रा इलेक्ट्रोप्लेटर्स द्वारा रुपए 40 करोड़, वीके टायर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 40 करोड़, गोल्ड पैक ग्राफिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 40 करोड़, गुरुदास क्राफ्ट द्वारा रुपए 40 करोड़, विंध्यवासिनी एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 40 करोड़, गुरुदास क्राफ्ट्स द्वारा रुपए 40 करोड़, मरुधर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 40 करोड़, तिरुपति आउटफिट्स द्वारा रुपए 37 करोड़, राजधानी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 37 करोड़, लियातो हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 35 करोड़, सुकृति विद्युत उद्योग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 35 करोड़, कैपेबल बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 35 करोड़, यूनाइटेड कंपोजिट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 35 करोड़, प्रिंटेड द्वारा रुपए 35 करोड़, कन्हैया इंटरप्राइजेज द्वारा रुपए 35 करोड़, गणपति गारमेंट द्वारा रुपए 35 करोड़, सिग्री केयर द्वारा रुपए 35 करोड़, जैन उद्योग द्वारा रुपए 35 करोड़, हाईलाइट इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 35 करोड़, ओरियनप्रो ऑटोमेटिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 35 करोड़, शेरा होजरी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 32 करोड़, गार्डेनिया इंडिया लिमिटेड द्वारा 35 करोड़, एवन बिगको कॉरपोरेशन द्वारा रुपए 30 करोड़ , राकेश जैन द्वारा रुपए 30 करोड़, कामना जैन द्वारा रुपए 30 करोड़, गर्ल्स वेयर द्वारा रुपए 25 करोड़, निंदिया टेक्सटाइल द्वारा रुपए 25 करोड़, स्वराज गैस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 25 करोड़, वैल्यू सेंट द्वारा रुपए 25 करोड़, एमपी के मशीन टूल्स द्वारा रुपए 25 करोड़, वीकेसी नट्स प्राइवेट लिमिटेड 25 करोड़, सन्मति पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 25 करोड़, पीआर रिवर्स द्वारा रुपए 25 करोड़, रॉयल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग वर्क्स द्वारा रुपए 25 करोड़, थर्माकोल होम अप्लायंसेज द्वारा रुपए 20 करोड़, जानवी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 25 करोड़, एमडीएस इंडिया द्वारा रुपए 20 करोड़, मा लक्ष्मी नमकीन द्वारा रुपए 20 करोड़, स्टड फ्लू गारमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 20 करोड़, जेपी कुमार होजरी द्वारा रुपए 20 करोड़, शांति इंपैक्स इंडिया द्वारा रुपए 20 करोड़, एमआर होम्स अप्लायंसेज द्वारा रुपए 20 करोड़, नैन फैमिली हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रुपए 20 करोड़, बंसल सेल्स कॉर्पोरेशन द्वारा रुपए 20 करोड़, महाशक्ति थ्रेड मिल द्वारा रु 20 करोड़, सर्वोत्तम ग्रुप द्वारा रुपए 20 करोड़ के एमओयू ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हेतु हस्ताक्षर किए गए हैं एवं उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। इसके अतिरिक्त जनपद गाजियाबाद में अपनी परियोजना स्थापित किए जाने हेतु लगभग 2400 निवेशकों द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में रुपए एक करोड़ से 20 करोड़ तक के निवेश के एमओयू हस्ताक्षर किए गए हैं। उक्त एमओयू द्वारा अपनी परियोजना स्थापित किए जाने हेतु अधिकांशत भूमि उपलब्ध कराए जाने की इच्छा जाहिर की है। समारोह के अन्त में उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र श्रीनाथ पासवान द्वारा समारोह में उपस्थित मा0 मंत्री, अधिकारियों एवं निवेशकों का धन्यवाद करते हुए समारोह का समापन किया गया। गाजियाबाद इंवेस्टर् समिट में मा0 महापौर आशा शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, समस्त मा0 विधायक गण, पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा, नगर आयुक्त नितिन गौड़, डीएलसी रवि श्रीवास्तव, जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी संजय श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बेसिक शिक्षा विभाग की पूनम शर्मा द्वारा किया गया। राजू पांचाल, आर के शर्मा आदि उद्योगपति मौजूद रहे
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