दिल्ली : भारतीय युवा कांग्रेस आईटीआई विभाग के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन आनंद मिश्रा ने नागर विमानन मंत्रालय में एक आरटीआई के जरिए जय जानकारी मांगी की नागर विमानन मंत्रालय को पिछले 3 वर्षों में कितने घाटे का सामना करना पड़ा है| जिसके जवाब में नागर विमानन मंत्रालय ने यह जानकारी दी कि पिछले 3 वर्षों के दौरान विमानन उद्योग को काफी घाटे का सामना करना पड़ा है जिसमें वित्त वर्ष 2019-20 मैं 4770 करोड रुपए वित्त वर्ष 2020 21 में 12480 करोड रुपए और वित्त वर्ष 2021 22 मई 11658 करोड रुपए का नुकसान विमानन मंत्रालय को झेलना पड़ा है| वित्त वर्ष 2022 23 में भी 10000 करोड़ से ऊपर के नुकसान की आशंका बताई जा रही है| देश के विकास को बढ़ावा देने की बातें करने वाली केंद्र की मोदी सरकार और देश के नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की विफलता के सामने आई है| भारत के लोगों को नए नए सपने दिखाने वाले कभी मॉडर्न इंडिया के नाम पर कभी आधुनिक भारत को टेक्नोलॉजी और तमाम संसद संसाधनों से मजबूती प्रदान करने का वादा करने वाली केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों के चलते देश के सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालय नागर विमानन मंत्रालय आने वाले कई सालों तक घाटे से उभर नहीं पाएंगे | भारतीय युवा कांग्रेस आरटीआई डिपार्टमेंट के राष्ट्रीय चेयरमैन डॉक्टर अनिल कुमार मीणा जी ने बताया कि सरकार ने लगातार देश के संसाधनों पर कुछ पूंजीपतियों का राज स्थापित करने के लिए निजी करण का रास्ता अपनाया है जिसके कारण देश के हजारों लोगों की नौकरियां छीन गई है और नए युवाओं को रोजगार की संभावनाओं के नए रास्ते दिखाई नहीं दे रहे |
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