कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि राजनैतिक आजादी तो हमे हासिल हुई हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, लेकिन आर्थिक आजादी, सामाजिक न्याय की लड़ाई आज भी अधूरी है, शिक्षा, चिकित्सा में भी हमारे देश की हालत बहुत ही दयनीय है, विश्व प्रसन्नता सूचकांक में हम 121 देशों में 107 वें स्थान पर है, शिक्षा के क्षेत्र में जी0डी0पी0 का जितना खर्च होना चाहिए हम आधा ही 3.1% खर्च कर रहे है जबकि कोठारी आयोग ने 6.0% जी0डी0पी0 का खर्च करने की सिफारिश की थी, चिकित्सा में भी जितना खर्च होना चाहिए वह भी अपर्याप्त है, हमारे देश में सबसे अधिक लोग कुपोषण के शिकार है, बेरोजगारी और बेकारी दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही है, नवजवान कुंठित है, वह पूरी लगन और मेहनत से अध्ययन करके भी रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहा है, नफरत, द्वेष की भावना बढ़ रही है, निजी स्वार्थ ने सामाजिक सरोकारों पर पानी फेर दिया है, हमें देश, समाज, व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए सार्वजनिक जीवन में त्याग, सहयोग, प्रेम की भावना को बढ़ाना चाहिए, अहंकार, नफरत, जातिवाद, धार्मिक पाखंड, रूढ़िवाद का समूलनाश कर सभी के सम्मान, स्वाभिमान की रक्षा करनी चाहिए, सीमा पर जवान, खेत में किसान, मजदूर का सम्मान बढ़े ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए, तभी हमारे देश के सभी निवासी गौरव पूर्ण जीवन जीते हुए गौरवान्वित होंगे|
कार्यक्रम में शामिल रही सीमा श्रीवास्तव प्राचार्य विजय सिंह पथिक सरस्वती विद्या मंदिर, समाजवादी नेता बाबू सिंह आर्य, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, छेदी लाल, वन्दना गौतम, अर्जुन प्रधान, एस0पी0 छिब्बर, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, ड़ा0 योगेंद्र दत्त शर्मा, कुलदीप कसाना, चतर सिंह प्रजापति, हरवीर प्रधान, विनोद कसाना, अंशु ठाकुर, राज कुमार चंदेला, जितेंद्र सैन, राहुल, विक्की ठाकुर, सचिन बाल्मीकी, अवधेश यादव, सुरेन्द्र यादव, गुड्डू यादव, जितेंद्र, वशीम, गोल्डी, मोंटी, अजय सिंह, जतिन, अक्षय, संजय यादव, उपेन्द्र यादव, मुनीव यादव, राम प्यारे यादव, हाजी मोहम्मद सलाम, दिलीप यादव, अमर बहादुर, मो0 हीरा, राम आसरे, विजय भारद्वाज, हरिकृष्ण, शंभू यादव आदि|
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