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डा0 राम मनोहर लोहिया राजनीति के धूमकेतु थे: वीरेंद्र यादव एडवोकेट

Ghaziabad : समाजवादी पार्टी वीरेन्द्र यादव के नेतृत्व में ड़ा0 राम मनोहर लोहिया पार्क राजेन्द्र नगर, साहिबाबाद के प्रांगण में डा0 राम मनोहर लोहिया का जन्म दिन सैकड़ों समाजवादी साथियों ने पुष्प अर्पित कर डा0 राम मनोहर लोहिया को स्मरण किया तथा देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले महान आत्माओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की| कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजवादी नेता बाबू सिंह आर्य ने की, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया, मुख्य वक्ता वीरेन्द्र यादव एडवोकेट रहे, कार्यक्रम में श्रीमती राज देवी चौधरी वरिष्ठ नेत्री मौजूद रही| छात्र नेता अंशु ठाकुर व कालीचरण जी ने ड़ा0 लोहिया जी के जीवन पर प्रकाश डाला| 
     कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के नेता वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि डा0 राम मनोहर लोहिया राजनीति के धूमकेतु थे, डा0 राम मनोहर लोहिया ने समता व सम्पन्नता की जो व्याख्या की है वह विश्व के इतिहास में मील का पत्थर है, उन्होंने सामाजिक विषमता, आर्थिक विषमता को समूल नष्ट करने के लिए लगातार संघर्ष किया| उनका मानना था कि हम पूर्ण बराबरी चाहे न दे पायें लेकिन सम्भव समता व सम्भव सम्पन्नता को देश में लागू कर सकते हैं, वे नर-नारी समानता के पक्षधर रहे, जाति, धर्म, रंग, नस्ल के घोर विरोधी रहे| 
    वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि डा0 लोहिया ने नवजवानों में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष की ज्वाला जलाई तथा कई बार जेल गये, जेल में इतनी यातना झेली की रूह कांप जाती है, लेकिन आपने संघर्ष का रास्ता नहीं छोड़ा, कमजोर वर्ग व महिलाओं के जीवन में नया सबेरा लाये, लड़ाई लड़ते रहे| वीरेन्द्र यादव ने कहा कि डा0 लोहिया ने सप्तक्रांति की विचार धारा से नवजवानों को अवगत कराते हुए इसकी प्राप्ति के लिए आजीवन संघर्ष करना सिखाया, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाय| उन्होंने समान अवसर के सिद्धांत की वकालत की| संसोपा ने बांधी गांठ पिछड़ा पावें सौ में साठ’’| हर सम्भव बराबरी को को प्राप्त करने के लिए अन्याय के विरुद्ध संघर्ष, न्याय पूर्ण व्यवस्था की संकल्पना के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी डा0 लोहिया के विचार को सुदृढ़ करने में पूरी शक्ति से लगे हुए है| हमें उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए वह आज के शीर्ष नेताओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं जब उनका देहावसान हुआ तो उन पर चार टोपी, तीन कुर्ते, छह रुमाल दो तोलिया दो जैकेट तीन धोती एक सूटकेस थे| ना कहीं जमीन न कहीं मकान और न कहीं बैंक में खाता था हमें लोहिया जी के जीवन से सीखना चाहिए यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी|
     प्रमुख रहे:- वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, बाबू सिंह आर्य, राज देवी चौधरी, विक्की ठाकुर, अंशु ठाकुर, मनोज पंडित, अवधेश यादव, गुड्डू यादव, किरन कालिया, धीरेन्द्र यादव, कमलेश यादव, पी0एन0एस0 यादव, सी0वी0 मौर्य, कालीचरण, नागेन्द्र मौर्य, अभिषेक सिंह, योगेंद्र शर्मा, अशोक साह, प्रताप पाल, उपेन्द्र यादव, शिवानंद चौबे, संजय यादव, राजेश यादव, उपेन्द्र गुप्ता, रजत पोसवाल, मज्जु चौधरी, अजय यादव, दिवाकर गुप्ता, ओमकार सिंह, राहुल यादव, संजय पटेल, परमानंद, राम यादव, राज पाल सिंह, रोहताश, उदय यादव, फ़ौजुद्दीन, सच्चिन यादव, सुभाष चंद यादव, शमीम अल्वी, बाबू पहलवान, माजिद ठाकरान, यासीन मुखिया, शाहरुख चौधरी, मोहसिन, महेंद्र यादव, देवमन यादव, पुष्पेंद्र यादव, वकील चौधरी, समर चौहान, सतेन्द्र, गौरव चौधरी, विकास साह, राहुल चौधरी, अखिलेश गोस्वामी, सुभाष यादव आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे|
                                                                                                                                             

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