गाजियाबाद कोरोना काल में लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की बहुत आवश्यकता पड़ी वही हर व्यक्ति ने इस भीषण स्थिति को देखते हुए अपने अथक प्रयासों से लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं थे वही एक संस्था हेल्थ मंत्रा टुडे जो कि संपूर्ण भारत में कार्य कर रही हैइस संस्था ने लोगों की बढ़-चढ़कर कर हजारों लोगों की मदद की थी वहीं संस्था की संस्थापक निर्देशक पूजा जैन ने बताया हमारी संस्था ने लोगों को उस वक्त में मदद की जब लोग एक दूसरे से मिलना पसंद नहीं करते थे और वह दूर भागते थे हमारी संस्था ने लोगों को नजदीकी चिकित्सालय में भर्ती कराया और दवाई ऑक्सीजन उपलब्ध कराई वही आज हमारी संस्था से उच्च कोटि के चिकित्सालय जुड़ चुके हैं जोकि यहां के डॉक्टर अपने पेसे में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में अव्वल है यहां पर कार्डियोलॉजिस्ट आर्थोपेडिक आई स्पेशलिस्ट इत्यादि चिकित्सक लोगों की भरपूर मदद करने को तैयार है वह बताती है यदि कोई दिल की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति है उसको जनरल सर्जन से परामर्श देने की आवश्यकता नहीं है उसको कार्डियोलॉजिस्ट से परामर्श लेकर जल्द स्वास्थ्य लाभ ले सकता है लोगों में बरांति है कि वह जनरल सर्जन से इलाज करा कर ठीक हो सकते हैं लेकिन वह और बीमार होने की संभावना अधिक है चौकी जनरल सर्जन तो सिर दर्द बुखार इत्यादि मरीजों का इलाज कर सकता है इसीलिए मैं कहती हूं यदि किसी को हड्डी की दिक्कत है तो वह ऑर्थोपेडिक डॉक्टर को दिखाएं तभी उसको जल्द आराम मिलने की संभावना है वही ज्ञानपीठ केंद्र के संस्थापक लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष शिक्षाविद रामदुलार यादव ने ज्ञानपीठ केंद्र पर बुलाकर सुश्री पूजा जैन के जज्बे को बढ़ाते हुए उनकी प्रशंसा की और उनका स्वागत किया वही उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा आज देश में 50% महिलाएं कुपोषण, अशिक्षा,अंधविश्वास के कारण पाखंड और शोषण की शिकार तथा महिलाओं का आदिकाल से शोषण होता चला आ रहा है इस प्रथा को बदलने के लिए हम सबको संकल्प लेने की आवश्यकता है तभी नारी जाति का उद्धार हो सकता है वही कार्यक्रम का आयोजन विनोद त्रिपाठी द्वारा किया गया तथा मंच का संचालन श्रमिक नेता विनोद मिश्रा द्वारा किया गया और कार्यक्रम समापन के दौरान कमजोर वर्ग के लोगों में भंडारे का वितरण भी किया गया कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर देवकरण चौहान, नीरज चौहान, विनोद त्रिपाठी, अनिल मिश्रा, फूलचद पटेल, देवनाथ भारती, अमर बहादुर, हरिशंकर यादव, हरिकिशन यादव, हाजी मोहम्मद सलाम, एसएस यादव, विजय मिश्रा, रामप्यारे यादव, मुनीम यादव, एसएस जयसवाल आदि लोग मौजूद रहे
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