उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर की औपचारिक शिक्षा बच्चों की नींव को मजबूत करती है। इसमें प्रवेश लेने पर बच्चों में नवीन तथा सृजनात्मक विचारों का विकास होता है। साथ ही उनकी रचनात्मकता को भी निखरने का मौका मिलता है। ग्रेजुएशन समारोह के महत्व के बारे में उन्होंने बताया कि यह समारोह हमारे आत्मविश्वास को बढाकर हमारे अंदर ऐसा जोश व जज्बा पैदा करता है कि हम चुनौती पर विजय प्राप्त कर अपने लक्ष्य तक पहुंच जाते हैं। डॉ करुण गौड़ ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। साथ ही अध्यापक उन्हें महत्वपूर्ण जीवन कौशल सिखाकर अगली कक्षा के लिए सरलतापूर्वक अग्रसर होना सिखाते हैं। समारोह में स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों को विधिवत गाउन और कैप पहनाकर प्रधानाचार्य ने प्रमाण पत्र डिग्री के रूप में देकर सम्मानित किया।
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