Ghaziabad : विज्ञान के इस दौर में देश दुनिया की महिलाएँ जहाँ एक ओर अनंत अन्तरिक्ष में अपनी उपस्थिति से नित नई उपलब्धियाँ हासिल कर रही हैं वहीं दूसरी ओर समाज में इनका शोषण भी जारी है। महिलाओं की स्थिति में इस भारी अंतर पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए दुबई में रहने वाली भारतवंशी 15 वर्षीय दीया गोपाल ने अपनी बेबाक राय रखी। उन्होने बताया कि विभिन्न पंथों एवं मजहब में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम आँका जाना महिलाओं के शोषण के प्रमुख कारणों में से एक है। साथ ही तथाकथित सभ्य समाज में भी अपनी सोच विकसित करने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि दीया गोपाल ने दुनिया में महिलाओं की स्थिति बेहतर बनाने के उद्देश्य से इंस्टाग्राम पर "बियॉन्ड द लेबल" नामक पहल शुरू की है। जिसके माध्यम से समाज को महिलाओं के प्रति सोच बदलने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
उनका कहना है की जन्म प्रक्रिया में स्त्री या पुरुष के विकल्प का चयन व्यक्ति अथवा समाज के हाथ में नहीं होता है। यह विकल्प स्वयं प्रकृति द्वारा चयनित किया जाता है। इस तथ्य से अवगत होने के बाद भी वही समाज स्त्री और पुरुष को अलग-अलग नजरिए से देखता है। इस अंतर को समाप्त करने के लिए समाज को आगे आना चाहिए।
द्वारा
श्री ब्रजेश अग्रवाल
98100 98648
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