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शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव का बलिदान दिवस “शोषण एवं अन्याय मुक्त दिवस” के रूप में मनाया : रामदुलार यादव

Ghaziabad : लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा प्रधान जी विश्राम यादव नि: शुल्क पुस्तकालय, वाचनालय सोहौली मार्टिनगंज, आजमगढ़ उ0प्र0 के प्रांगण में शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव का बलिदान दिवस “शोषण एवं अन्याय मुक्त दिवस” के रूप में मनाया गया, सैकड़ों छात्र-छात्राएँ, शिक्षक गण, विद्वान, नवजवानों ने भगत सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर राजगुरु, सुखदेव को स्मरण करते हुए उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया, कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद राम सहाय राय, मुख्य अतिथि शैलेन्द्र कुमार यादव रहे, मुख्य वक्ता राम दुलार यादव शिक्षविद संस्थापक/अध्यक्ष लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ने कार्यक्रम को संबोधित किया, प्रखर समाजवादी चिंतक, स्वतन्त्रता सेनानी ड़ा0 राम मनोहर लोहिया के जन्म दिन पर उन्हे याद करते हुए समता और संपन्नता के लिए काम करने का संकल्प लिया गया| इस अवसर पर सभी बच्चों तथा कार्यक्रम में शामिल सभी साथियों में फल वितरित किया गया|
      कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के मन में छात्र जीवन से ही ब्रिटिश शासन के समूलनाश करने की ज्वाला धधक रही थी, लाला लाजपत राय का बलिदान और जलियाँवाला बाग कांड ने इनके मन में प्रतिशोध की भावना पैदा की, अंग्रेजों से भारत को मुक्त कराने तथा अन्यायी अंग्रेज़ अधिकारियों को जान से मारने का प्रण लिया, तथा सांडर्स का वध कर दिया, भगत सिंह हर तरह के शोषण व अन्याय के विरोधी रूढ़िवाद, पाखंड, कुरीतियों, कर्मकांड के समूलनाश के पक्षधर रहे, उनका मानना था पाखंड के कारण सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, शैक्षणिक, आधायत्मिक असमानता है, उनका सपना था कि जब भारत स्वतंत्र होगा तो अन्याय, शोषण अनाचार, असमानता की व्यवस्था को खत्म कर शोषण विहीन समाज बनाने का काम करना होगा, तभी व्यवस्था परिवर्तन होगा, सभी को न्याय मिलेगा| शहीदे आजम भगत सिंह, डा0 भीमराव अंबेदकर के विचारों से प्रभावित रहे, आज भी समाज में हर तरह की असमानता, शोषण, अन्याय, नफरत, ईर्ष्या, द्वेष, पाखंड देश में व्याप्त है, गरीब, अमीर की खाईं बढ़ती जा रही है, जातिवाद, धार्मिक पाखंड के कारण समाज असहिष्णुता का शिकार है, हमे सभी को मिलकर इस व्यवस्था को बदलना होगा, तथा समाज, देश में भाईचारा, न्याय, सद्भाव, प्रेम सहयोग की भावना बढ़ाने का संकल्प लेना होगा, तभी हम शहीदों के सपनों का भारत बना पाएगें|
         आज इस अवसर पर डा0 राम मनोहर लोहिया प्रखर समाजवादी चिंतक, स्वतन्त्रता सेनानी के जन्म 23 मार्च को उन्हे भी स्मरण करते हुए उनके विचार को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया| 
         कार्यक्रम में शामिल रहे, ओम प्रकाश मास्टर, सर्वेश कुमार, अवनीश, आलोक यादव, अजय सिंह, शैलेन्द्र कुमार यादव, कृष्ण लाल, ऋषि कुमार, गौतम चौहान, राम प्रसाद, राम सहाय राय, जयहिंद राजभर, आकाश विश्वकर्मा, अमन गुप्ता, निखिल शर्मा, प्रीतम गुप्ता, शनि राजभर, शिव कुमार शर्मा, विपिन प्रजापति, अमन प्रजापति, सुल्हुर प्रजापति, शुभम गुप्ता, विशाल यादव, अमर बहादुर, शिवम यादव, बादल प्रजापति तथा सैकड़ों छात्र-छात्राएँ ने श्रद्धांजलि अर्पित की|
                                                                                                                      

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