Ghaziabad : नवरात्रे और रमजान सब पर्व हम मिलकर मनाते हैं
ओ मनजीत तभी तो हम सब हिंदुस्तानी कहलाते हैं
देश मेरे की मिट्टी से सदियों से यही खुशबू आती है
करोड़ों देवी-देवताओं ने इस धरती पर जन्म लिया
उन्होंने ही अन्याय के खिलाफ लड़ने का संदेश दिया
हजारों बार हमें बांटने का समय-समय पर प्रयास किया
फिर हमने भाईचारे का यही संदेश संसार को दिया
आओ इन पर्वों की खुशियों का आनंद ले मनजीत
फिर एक बार जग को भाईचारे का संदेश दे मनजीत
हमारे पर्वों की खुशबू देश की मिट्टी का कण-कण हमें पुकारती है
हे भारत के लालो एक हैं एक हो जाओ सब
सरदार मनजीत सिंह
आध्यात्मिक एवं सामाजिक विचारक
परमात्मा की राह
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