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भारत में शोषण मुक्त समाज बनाने अशिक्षा और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करते हुए अपना जीवन बलिदान दिया : वीरेन्द्र यादव एडवोकेट

Ghaziabad : 23 मार्च को शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव पार्क जीटी रोड साहिबाबाद के प्रांगण में शहीदे आजम भगत सिंह राजगुरु सुखदेव का शहादत दिवस कार्यक्रम क्रांतिकारी वैचारिक संस्था उ0प्र0 द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पी0एन0एस0 यादव ने की, मुख्य वक्ता वीरेन्द्र यादव एडवोकेट रहे, आयोजन छात्र नेता अंशु ठाकुर ने किया| मंच का संचालन विक्की ठाकुर ने किया, सी0वी0 मौर्य, योगेन्द्र शर्मा, विनोद त्रिपाठी, युवा नेता मनोज पंडित, गौरव चौधरी, अंशु ठाकुर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया| कार्यक्रम में शामिल सभी साथियों ने शहीद ए आजम भगत सिंह राजगुरु सुखदेव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण किया|
       कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि हम शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव की शहादत को स्मरण करें| फिर 1 साल के लिए उन्हें भूल जाते हैं लेकिन उनके विचार शोषण मुक्त समाज बनाने अशिक्षा और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने के लिए हम उस पर एक कदम भी चलना नहीं चाहते| राजनीतिक लाभ लेने के लिए उनके चित्र को अपने कार्यालय में लगाने का नाटक करते हैं, आस्था और प्रतीकों के नाम पर जन- भावनाओं का शोषण, दोहन कर अपने पक्ष में जनमत को करना चाहते हैं| सारे दिन झूठ बोलते हैं| क्रांतिकारी शहीदों का सपना था, सड़ी- गली अन्याय पूर्ण व्यवस्था का समूल नाश कर सबको समान अवसर प्राप्त हो लेकिन आजादी के 75 साल होने को है हम इन शहीदों के सपनों का भारत नहीं बना पाए पहले अंग्रेजों ने संसाधनों की लूट की अब वही काम आज जो लोग सत्ता में बैठे है उनके द्वारा किया जा रहा है, बेरोजगारी, महंगाई, अन्याय और नफरत की शिकार जनता हो रही है नीचे से ऊपर तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है देश पर कर्ज बढ़ता जा रहा है गरीब गरीब होता जा रहा है और अमीर अमीर होता जा रहा है, इस व्यवस्था को बदलना होगा, तभी हम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के सपनों का भारत बना पायेंगे|
       अंशु ठाकुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव का जो उनकी लड़ाई थी वह अंग्रेजों से ही नहीं थी| वह चाहते थे जब देश आजाद हो तो एक ऐसा समाजवादी वतन बने, जिसमे सभी को बराबरी का अधिकार, सबको न्याय मिले, शोषण- विहीन समाज का निर्माण हो, वह कहते थे कि देश में खुशहली तभी आएगी जब देश के मजदूर और किसान का शोषण बंद हो, लेकिन आज आजादी के इतने साल बाद भी लगातार किसान, गरीब, महिला, दलितों का शोषण हो रहा है, इसलिए आज के दिन हमे संकल्प लेना चाहिए कि अन्याय, शोषण गैर बराबरी जहां भी हो उसका विरोध करेगे| उनके बताये रास्ते पर हम नवजवान एक कदम चल सकें उनके प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी|
        प्रमुख रहे:- वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, बाबू सिंह आर्य, राज देवी चौधरी, विक्की ठाकुर, अंशु ठाकुर, मनोज पंडित, अवधेश यादव, गुड्डू यादव, किरन कालिया, धीरेन्द्र यादव, कमलेश यादव, पी0एन0एस0 यादव, सी0वी0 मौर्य, कालीचरण, नागेन्द्र मौर्य, अभिषेक सिंह, योगेंद्र शर्मा, अशोक साह, प्रताप पाल, उपेन्द्र यादव, शिवानंद चौबे, संजय यादव, राजेश यादव, उपेन्द्र गुप्ता, रजत पोसवाल, मज्जु चौधरी, अजय यादव, दिवाकर गुप्ता, ओमकार सिंह, राहुल यादव, संजय पटेल, परमानंद, राम यादव, राज पाल सिंह, रोहताश, उदय यादव, फ़ौजुद्दीन, सच्चिन यादव, सुभाष चंद यादव, शमीम अल्वी, बाबू पहलवान, माजिद ठाकरान, यासीन मुखिया, शाहरुख चौधरी, मोहसिन, महेंद्र यादव, देवमन यादव, पुष्पेंद्र यादव, वकील चौधरी, समर चौहान, सतेन्द्र, गौरव चौधरी, विकास साह, राहुल चौधरी, अखिलेश गोस्वामी, सुभाष यादव आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे|

   

                                       

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