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पत्नी ने पति पर उत्पीड़न मारपीट कर घर से भगाने पर आरोप लगाया

  गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन फार्च्यून रेजीडेंसी निवासी सविता सुबुद्धि पत्नी दिनेश कोचर ने अपने ससुरालजन पर घर से बाहर निकलने के संबंध थाना नंदग्राम ओर पुलिस कमिश्नर के यहां गुहार लगाई है। उसने प्रार्थपपत्र देते हुए कहा की वह वर्तमान में राजनगर एक्सटेंशन की निवासी हूं तथा मूल रूप से उड़ीसा की रहने वाली है मेरे पिता की मृत्यु हो चुकी है मेरी माता बुजुर्ग है जिनकी उम्र 80 वर्ष है मेरी शादी 29/6/ 2020 को हुई थी मेरे ससुराली जन से लगातार दहेज की डिमांड करके तथा मुझे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करके जबरन घर से अगस्त 2020 को बाहर निकाल दिया था और मेरे बार-बार प्रयास करने के

बावजूद घर में प्रवेश नहीं कराने दिया गया मैं सविता सुबुद्धि अपने आप को असहाय और असुरक्षित महसूस कर रही थी इसी कारण मैंने साल

2020 को एक बाद धारा 12 घरेलू हिंसा का माननीय न्यायालय गाजियाबाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट नंबर 3 में दायर किया जिसमें माननीय न्यायालय ने मेरे पति को व ससुराल जनों को दिनांक 24/05/2022 को आदेश दिया कि वह मुझे फॉर्चून रेजिडेंसी फ्लैट नंबर 108 में उपलब्ध कराएं तथा मेरे शांतिपूर्ण निवास में कोई व्यवधान उत्पन्न ना करें और 05 नवंबर 2022 को अपर जिला सत्र न्यायाधीश द्वारा भी 24 मई 2022 के हूं। आदेश को स्वीकार किया गया है माननीय न्यायालय के उक्त आदेश को ससुराल जनों ने आज तक पालन नहीं किया

मैं कई बार आदेश लेकर ससुराल जाती रही और उस घर में मेरे पति मौजूद होने के बावजूद मेरे लिए दरवाजा नहीं खोलते थे और पुलिस भी मुझे घर में प्रवेश कराने में असमर्थ रही। अपने पति दिनेश कोचर पर उत्पीड़न मारपीट कर घर से भगाने पर आरोप लगाया है। कि दो साल से न्याय की मांग कर रही हूं अभी तक मेरी आवाज को सुना नहीं है कोर्ट के आदेश होने के बावजूद पुलिस प्रशासन की तरफ से आश्वासन मिलता है लेकिन अभी तक कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की गई है कल दिनांक 20 मार्च 2023 में पुलिस आयुक्त कमिश्नर द्वारा सविता सुबुद्धि को अपने ही घर में प्रवेश कराने हेतु पुलिस बल के साथ भेजा गया लेकिन दरवाजे लॉक होने के कारण पुलिस प्रशासन काफी देर खड़ा रहा और मजबूर होकर लौटना पड़ा लेकिन सविता सुबुद्धि ने पुलिस प्रशासन की एक न सुनी और दरवाजे पर ही धरने पर बैठ गई और कहा कि आज घर में प्रवेश करके रहूंगी नहीं तो मैं अपनी जान दे दूंगी 2 साल से मैं परेशान हो चुकी

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