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शिक्षा मानव जीवन में नफरत का समूल नाश कर प्रेम, सद्भाव समता तथा नैतिकता पैदा करती है: शिक्षाविद रामदुलार यादव

Ghaziabad : लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा माँ भगौती कोचिंग सेंटर लाजपत नगर साहिबाबाद के प्रांगण में संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव ने जरूरतमन्द छात्र-छात्राओं में पुस्तकें वितरित किया, कार्यक्रम में गौरव चौधरी, अंशु ठाकुर भी शामिल रहे, पुस्तक प्राप्त कर बच्चो में शिक्षा के प्रति उत्साह परिलक्षित हो रहा था|
       छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला, तथा कहा कि अथक परिश्रम, दूर दृष्टि, पक्का इरादा, अनुशासन और लगन से निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी| शिक्षा मानव जीवन में नैतिकता, प्रेम, सद्भाव और समानता का भाव पैदा करती है| नेल्सन मंडेला ने कहा है कि शिक्षा वो सर्वाधिक शक्तिशाली हथियार है जिससे आप पूरी दुनिया बदल सकते है और समाज से ऊंच-नीच, नफरत के वातावरण को खत्म कर सकते है,जब भारत आजाद नहीं हुआ था तो हमारे देश के महान नेताओं ने विदेशों में शिक्षा प्राप्त कर वहाँ की सामाजिक, राजनैतिक आजादी को समझकर भारत को अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन कर के आजादी दिलवा देश के सभी नागरिकों को संवैधानिक अधिकार दिलवाया| यह सब शिक्षा के माध्यम से ही संभव हो सका, लेकिन आज आजादी के 75 साल बाद भी हम देश के लोगों को पूर्ण शिक्षित नहीं कर पाये| शिक्षा पर खर्च के मामले में भारत की स्थिति भयावह 136वें स्थान पर है, जहां विश्व के अनेक देश शिक्षा पर जी0डी0पी0 का 6% खर्च कर रहे है वहीं हमारे देश में जी0डी0पी0 का 3% से कम खर्च किया जा रहा है, यह चिंताजनक है, भारत जैसे विकास शील देश में शिक्षा पर ज्यादा खर्च करना चाहिए तभी शिक्षा घर-घर पहुँच सकती है, और देश में समता, सद्भाव कायम हो सकता है, आज बच्चे कोचिंग सेंटर तथा घर पर अथक परिश्रम कर के परीक्षा की तैयारी करते है लेकिन पेपर लीक और सरकार की अदूरदर्शिता के कारण आर्थिक ह्रास और बेरोजगारी की समस्या भयावह रूप ले रही है, और बच्चों में कुंठा पैदा कर रही है| लेकिन निराश होने की आवश्यकता नहीं है ड़ा0 भीमराव अंबेडकर के कथन को याद रखो, उन्होने कहा है कि “शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वही दहाड़ेगा”| लक्ष्य प्राप्त करने के लिए संघर्ष करते रहो| 
           वितरित पुस्तकों के अलावा और भी पुस्तकों की जरूरत होगी तो लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए आप लोगों को पुस्तक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिवद्ध है| कोचिंग सेंटर में अध्ययनरत छात्र-छात्राएँ जिन्हे पुस्तक भेंट की गयी, आदर्श, दिया, कनिका, रिमझिम, लक्षिता, पलक, प्रियंका, ऋषभ, शुभ, स्नेहा, रितेश, भूमिका, प्राची, अनन्या, याशिका, सन्या, अंशिका, वैभव, कीर्ति लाभान्वित हुए|

                                                                                                                             

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