गाजियाबाद बुद्धवार,21-06- 2023 को अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान (पंजीकृत) एवं दैनिक जागरण के संयुक्त तत्वावधान में 9 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बच्चों,बड़ों ने मिलकर सुख सागर फार्म हाउस पाण्डव नगर में योगाभ्यास किया। योग ऋषि आचार्य नीरज योगी जी के साथ संस्थान के सभी ट्रस्टीयों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
राज नगर एक्सटेंशन से पधारी कु.दीया और कु.दिशा भट्टाचार्या ने सरस्वती वंदना पर नृत्य से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संस्थान के महामंत्री दयानंद शर्मा ने ओ३म् की ध्वनि व गायत्री मंत्र से सत्र का शुभारंभ किया। मिडिया प्रभारी प्रवीण आर्य,मीता खन्ना,वीना वोहरा ने सुन्दर ईश एवं योग गीत सुनाकर भावविभोर कर दिया।
संरक्षक डा रतन लाल गुप्ता, विजय जिंदल,राकेश मित्तल, लक्ष्मण कुमार गुप्ता, डॉ आर के पोद्दार ने पीतवस्त्र ओढ़ाकर एवं बुके देकर आचार्य जी को सम्मानित किया।
संस्थान के उपाध्यक्ष केके कोहली ने आचार्य जी का परिचय देते हुए बताया कि आचार्य जी का जन्म एक आर्य परिवार में हुआ,कई वर्षों तक तपस्या कर योग भारती ट्रस्ट,ऋषिकेश की स्थापना की, वर्तमान में योग शिक्षा के प्रचार प्रसार में लगे रहते हैं।
परम पूज्य योग ऋषि आचार्य नीरज योगी जी ने प्रणव ध्वनि गायन व गायत्री मंत्र के काव्यार्थ से सत्र को प्रारम्भ किया,उन्होंने वृक्षासन,पाद हस्तासन ,हाथों पैरों के सूक्ष्म व्यायाम,वज्रासन, मंडूकासन,शशांकासन, मकरासन,बाल आसन, भुजंगासन,शिथिल आसन का लाभ बतलाते हुए अभ्यास कराया।उन्होंने बताया कि इस दूषित वातावरण में शरीर और प्राण को ऊर्जावान बनाकर चेतना का स्तर बढ़ाने के लिए प्राणायाम ही एकमात्र साधन है।उन्होंने कपाल शोधन क्रिया का अभ्यास कराया तथा बतलाया कि इस क्रिया को करने से अग्नितत्व बढ़ता है जिससे जल तत्व कम होता है।हमारे शरीर के रोग ठीक होने लगते हैं।कोरोना से ग्रसित हुए लोगों के लिए यह रामबाण क्रिया है।चेतना का स्तर बढ़ाने के लिए प्राणायाम अति आवश्यक है।अनुलोम विलोम प्राणायाम को 7 चक्रों की जानकारी देते हुये सावित्री मंत्र के माध्यम से ध्यान में उतारा और कहा यह प्रयास चित्त की शुद्धि के लिये है,सत्त-चित्त- आनन्द स्वरूप भगवान का अनुभव हो जाये,इस योगाग्नि में सभी दोष भस्मीभूत हो जाएं, चेतना उर्ध्वगामी हो ओर बताया कि प्राण ऊर्जा,तेज,शक्ति है। प्राण समस्त जीवन का आधार और सार है।यह वह ऊर्जा और तेज है,जो सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त है।प्राण उस प्रत्येक वस्तु में प्रवाहित होता है जिसका अस्तित्व है।इससे भी अधिक, प्राण भौतिक संसार,चेतना और मन के मध्य सम्पर्क सूत्र है।यही तो भौतिक स्तर पर जीवन को सम्भव बनाता है।प्राण सभी शारीरिक कार्यों को विनियमित करता है,उदाहरणार्थ श्वास, ऑक्सीजन की आपूर्ति,पाचन, निष्कासन-अपसर्जन और बहुत कुछ।हम ज्यों-ज्यों प्राण को नियन्त्रित करने की योग्यता विकसित करते हैं,हम शरीर और मन दोनों के स्वास्थ्य व समन्वय को प्राप्त कर लेते हैं।इसके साथ ही दीर्घ और अनवरत अभ्यास के साथ चेतना के विस्तार का भी अनुभव होने लगता है।
वरिष्ठ योग शिक्षिका रेखा गुलाटी एवं योग शिक्षक अशील कुमार ने सुन्दर डेमोस्ट्रेशन प्रस्तुत किया जिसे देखकर सबने सुन्दर अभ्यास किया।
संस्थान की महिला प्रकोष्ठ की डॉ मधु पोद्दार,सीमा गोयल,मीता खन्ना,वीना वोहरा,तुलिका गर्ग, सुधा गर्ग ने आचार्य जी को सम्मान स्वरूप एक सुंदर पौधा भेंट किया।
अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार अरोड़ा, दयानंद शर्मा,अशोक शास्त्री, मनमोहन वोहरा,सुभाष गर्ग,डॉ आर के पोद्दार,हरिओम सिंह ने शाल एवं शील्ड देकर आचार्य जी का सम्मान किया।
अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार अरोड़ा ने अपने संक्षिप्त भाषण में सभी को योग के माध्यम से प्रसन्न रहने के लिए कहा उन्होंने कहा हमारे संस्थान का नारा है आंधी हो तूफान हो चेहरे पर मुस्कान हो।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक श्री लक्ष्मण कुमार गुप्ता ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद किया। उन्होंने बाल योग संस्कार शिविर लगाने वाले सभी संयोजकों का जिन्होंने भावी पीढ़ी को शारीरिक मानसिक एवं नैतिक शिक्षा देने का कार्य किया उनका धन्यवाद किया। उन्होंने सुख सागर फार्म हाउस के महेश आहूजा जी का भी धन्यवाद किया जिन्होंने नि:शुल्क हमें यह स्थान प्रदान किया।उन्होंने सहयोग के लिए दैनिक जागरण टीम का भी धन्यवाद किया।
मंच संचालक प्रदीप त्यागी ने कहा कि आत्मा और परमात्मा का मिलन योग द्वारा सम्भव है, माननीय नरेंद्र मोदी जी ने इस विद्या को विश्व पटल तक पहुंचाया है।
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी एवं राष्ट्रीय संयोजिका ममता सहगल ने जनसंख्या विस्फोट से उत्पन्न सामाजिक असंतुलन पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने इसका समाधान बतलाते हुए कहा कि सरकार से जनसंख्या नियंत्रण कानून बनवाने के लिए प्रयास किया जाए।
संस्थान की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा श्रीमती प्रमिला सिंह ने सभी को हास्यासन करा कर प्रफुल्लित कर दिया।
श्रीमती फूला देवी एवं साथियों ने शांति पाठ कराया।
अंत में हमारे संस्थान के श्री सुशील अग्रवाल,शिवकुमार अग्रवाल,सी बी गुप्ता,सुखदेव, एवं नवीन द्वारा तैयार की गई ठंडाई वितरण कर कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
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