इस अवसर पर बोलते हुए डाॅ एस0 सदीश कुमार ने कहा कि नवाचार से हम कम संसाधन से अधिक उत्पादन कर सकते है, तथा यह हमें उन्नति के लिए प्रोत्साहित करता हैं। सफलता व असफलता दोनों में ही नवाचार हैं।
कार्यक्रम में प्रो0 आर0के0 खार निदेशक वी0एस0 अनंगपुरिया एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स, फरीदाबाद, प्रो0 विधु ऐरी, स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल एजूकेशन एण्ड रिसर्च, जामिया हमदर्द, नई दिल्ली, डाॅ0 इकबाल अहमद, मैनेजर (आर0एण्डडी0) वाईटलस वेलबींग ई0 प्रा0लि0, मि0 संदीप सोनी, प्रेसिडेंट, सायनोकेम फार्मास्यूटिकल्स लि0, डाॅ0 आर0एस0 राॅय , सहायक वैज्ञानिक, आई0पी0सी0, गाजियाबाद मुख्य वक्ता थें।
कार्यक्रम के प्रथम दिवस प्रो0 आर0के0 खार ने आज के समय में ’’इनोवेटिव रिसर्च और वैलबींग’’ के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कम्पूटेशनल फार्मासुटिकलस, थ्री0 डी0 प्रिटिंग तथा सटीक दवा के बारे में बताया। डाॅ0 आर0एस0 राॅय ने दवाइयों के प्रतिकूल प्रतिक्रियायों और सुरक्षित दवाओं के बारे मे बताया। उन्होने प्रतिकुल दवा प्रतिक्रिया तथा प्रतिकुल दवा घटना के बारे में विस्तार से बताया।
कार्यक्रम के द्वितीय दिवस को प्रो0 विधु ऐरी ने एक प्रबल वनस्पति विशेषज्ञ के विभिन्न अवसरों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि फाइटोफार्मासुटिकलस एक प्रबल वानस्पतिक रस विकसित करने का नया क्षेत्र है। डाॅ0 इकबाल अहमद ने न्यूट्रास्यूटिकल्स उत्पाद के विकास में नैनो टेक्नोलॉजी के महत्व के बारे में बताया। मि0 संदीप सोनी ने उद्योग जगत की नवाचार से अपेक्षाओं के बारे में बताया तथा उन्होंने कहा कि हमें छात्रों में नवाचार की सोच का विकास करना चाहिए जिससे कि वे सम विषम परिस्थितियों में अपने जीवन को बनाए रख सकें।
इस सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिये सभी प्रतिभागियों ने आई0टी0एस0-दी एजूकेशन ग्रुप के चेयरमैन श्री आर0पी0 चढडा जी एवं वाइस चेयरमैन श्री अर्पित चढडा जी को धन्यवाद दिया जो कि शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिये इस तरह के एफ0डी0पी0 कार्यक्रर्मो का आयोजन कराते रहते है और शिक्षकों के सफल भविष्य बनाने के लिए तत्पर तैयार रहते है।
इस कार्यक्रम का सयोंजन डाॅ0 राजकुमारी, डाॅ0मनोज कुमार शर्मा, मिस सागरिका माझी, तथा डाॅ0 स्निग्धा भारद्वाज ने किया।
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