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हिंदी की प्रशंसा की होड में अन्य भाषा की निंदा न करें : डाॅ नवल

पुलिस आयुक्त ने हिंदी के मेधावी छात्रों-शिक्षकों को सम्मानित किया 

गाजियाबाद। युवा ज्ञानपीठ एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित सुप्रसिद्ध साहित्यकार डाॅ हरीश नवल ने कहा कि हिंदी की प्रशंसा की होड में अंग्रेजी या किसी अन्य भाषा की निंदा न करें। 
हिंदी दिवस पखवाड़े के अंतर्गत हिंदी भवन समिति द्वारा लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में हिंदी दिवस समारोह एवं कवि सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डाॅ नवल ने कहा कि भाषा हमारी मां होती है। हिंदी हमारी मां है। इसी तरह से अन्य भाषा वालों के लिए उनकी भाषा उनकी मां है। हम दूसरों की मां का अपमान न करें। इससे हमारी मां का सम्मान भी स्वतः बढ़ेगा। 
डाॅ हरीश नवल ने हिंदी से जुडी कई रोचक जानकारी दीं। उन्होंने बताया कि दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है। यूनिसेफ ने 13 साल पहली अपनी रिपोर्ट में ये बात बताई है और वो रिपोर्ट अभी बर तिकरार है। हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए 51 देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले डाॅ नवल ने बताया कि विश्व के 176 देशों में हिंदी बोली और पढाई जाती है। अमेरिका के 73 विश्वविद्यालयों सहित दुनिया के साथ हज़ार विश्वविद्यालयों में हिंदी पढाई जाती है। 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र थे। उन्होंने हिंदी के मेधावी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को सम्मानित किया और हिंदी के प्रति उनकी सेवा व भावनाओं की सराहना की। इस अवसर पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता सुप्रसिद्ध रचनाकार विजेंद्र सिंह परवाज़ ने की और संचालन डाॅ प्रवीन शुक्ल ने किया। आप दोनों के साथ डाॅ विष्णु सक्सेना, राज कौशिक, अंजू जैन, आशीष अनल व अनिल अग्रवंशी ने भी काव्यपाठ किया। 
 विशेष अतिथि डाॅ रमा सिंह ने काव्यपाठ के साथ हिंदी की स्थिति पर भी विचार व्यक्त किए। सम्मान समारोह का संचालन पूनम शर्मा ने किया। उन्हें हिंदी उद्घोषिका के रूप में सम्मानित भी किया गया। हिंदी भवन समिति के अध्यक्ष ललित जायसवाल, महासचिव सुभाष गर्ग और सदस्य सतीश गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया।

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