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भक्त और प्रभु के मिलन और समर्पण का भावपूर्ण मंचन

Ghaziabad : श्री धार्मिक रामलीला समिति (पंजी०) कविनगर के मंच पर आज किष्किन्धा काण्ड की लीला का मंचन हुआ जिसमें नारायण और देवी लक्ष्मी के विवाद एवं श्री हनुमान जी के जन्म एवं प्रभु राम से मिलन की लीला के साथ बालि सुग्रीव युद्ध एवं बालि वध की लीला का मंचन किया गया।
देवी लक्ष्मी यह जानकर की नारायण के हृदय में देवी लक्ष्मी के साथ-साथ नारायण के भक्त भी निवास करते है देवी लक्ष्मी रूष्ट हो जाती हैं और उनका क्रोध अहंकार का रूप धारण कर लेता है और नारायण से हठ करती हैं कि उनके हृदय में केवल वही निवास कर सकती है। देवी लक्ष्मी के इस हठ से नारायण रूष्ट हो जाते है और पाताल लोक में स्थापित हो जाते है महादेव और पार्वती के आग्रह पर देवी लक्ष्मी नारायण से क्षमा माँगती हैं। सीता की खोज में निकले राम और लक्ष्मण, शबरी द्वारा बताये गये मार्ग पर अपने परम भक्त श्री हनुमान जी से मिलते हैं हनुमान जी उन्हें वानर राज सुग्रीव के पास ले जाते हैं। सुग्रीव उन्हें अपने भ्राता बालि के कुकृत्य की जानकारी देते हैं और कहते हैं कि उनके भ्राता बालि ने छल और बल से उनकी पत्नी को जबरन बंधक बना रखा है। श्री राम उन्हें विश्वास दिलाते है कि वो शीघ्र ही बालि के दुष्कर्म का फल देकर वानर राज सुग्रीव की पत्नी को पुनः उनसे मिलवायेंगे। श्री राम के निर्देशानुसार सुग्रीव बालि को युद्ध के लिये ललकारता है, परन्तु बालि अपने बल और प्राप्त हुए वरदान से सुग्रीव को निर्बल कर युद्ध में हरा देते हैं। सुग्रीव युद्ध भूमि से भाग निकलता है परन्तु श्री राम पुनः अपने वचन के पालन हेतु युद्ध भूमि में भेजते हैं और युद्ध में श्री राम छिपकर बालि का वध कर देते हैं एवं वानरराज सुग्रीव को किष्किन्धा का राजा घोषित करते हैं।

रामलीला महोत्सव के अन्तर्गत मैदान के मध्य फव्वारे पर धनुष और गदा का एक आलौकिक मॉडल एवं चन्द्रयान-3 का मॉडल स्थापित किया गया है जो सभी के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। भारी संख्या में आगन्तुक उसका सैल्फी प्वाइन्ट की तरह प्रयोग कर रहे है। समिति द्वारा प्रायोजित सीता रसोई सभी वर्ग को लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है जिसके अन्तर्गत मात्र 40 /- रूपये की दर पर भोजन की थाली परोसी जा रही है।

आज मचन देखने के लिए नगर के अनेकों गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। समिति के अध्यक्ष ललित

जायसवाल, महामंत्री भूपेन्द्र चोपडा, विवेक मित्तल, अवनीश गर्ग, राजबीर त्यागी, बी०आर० कथूरिया, अजय जैन, गुलशन बजाज, दीपक अग्रवाल, मयंक जैन आदि उपस्थित रहे। कल रामलीला के मंच से हनुमान जी का लंका कूच, हनुमान और माता सीता की भेंट, अक्षय कुमार वध

एवं लंका दहन की लीला का मंचन होगा।

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