ली मृतकों के बीच 16 घंटे तक प्रार्थना करती रही
Ghaziabad : ली अपने चाचा के साथ एक पार्टी में गई हुई थी जहां पर नाच गाना चल रहा था, लेकिन ली का उस पार्टी में मन नही लग रहा था उसका दिल घबरा रहा था तो वह प्रार्थना करने लगी। ईमेल के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार
तभी 20 मिनट में आतंकवादी हमला होने की सूचना मिली अचानक एक आसमान में चिंगारी सी ली को दिखाई दी, और कुछ होरन की आवाजे आई! वह उस पार्टी को छोड़कर अपने चाचा के साथ बाहर आई तब उसने देखा कि कुछ मिसाइल छोड़ी जा रही हैं।
वह अपने चाचा को लेकर भागने लगी तभी उसके चाचा पर हमला हुआ गोली लगी और वह वही मर गए, ली बहुत घबराई हुई थी, ली को उम्मीद नहीं थी कि वह बच जायेंगी। वह लाशों के बीच थी और उसने अपने आप को लाशों के बीच में छुपाया उन्ही लाशों के बीच 16 घंटे तक प्रार्थना करती रही आतंकवादी उसके पास से गुजर रहे थे, उन्होनें उसे मृत समझा और आखिर में वह वहां से सुरक्षित बच निकली, लेकिन उन्होंने उस हमले में अपने चाचा को खो दिया, ली का कहना है कि मैं 2 दिन से प्रार्थना कर रही थी तो मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि कुछ अनहोनी होने वाली है और जब मैं पार्टी में गई तो मुझे वहां पर भी कुछ अच्छा नहीं लग रहा था। तभी यह सब हुआ *थैंक्स गॉड!*
मैं सुरक्षित वहां से बच निकली। मैने वहां देखा कि लोगों को बहुत बेरहमी से मार रहे थे, कुछ महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे और उनका पेट चाकू से फाड़ रहे थे, उस हमले में बच्चे भी थे, यह सब देखकर, मैं बहुत घबरा गई, मैं बस प्रार्थना करती रही और लाशों के बीच लेट गई, जिससे उन्हें यह लगा कि शायद यह भी मरी हुई है, ये सब देखकर मेरा मन बहुत परेशान हुआ, उन लोगो के लिए जिन्होंने अपने परिवार को खोया जिसमे मैं भी अपने चाचा को भी खो चुकी हूं।
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