राहुल प्रधान ने डीएमके पर लगाए बंटवारे की राजनीति करने के आरोप
श्री प्रधान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर लिखा कि 'डीएमके सांसद ने यूपी बिहार के हमारे दोस्तों को लेकर जो बयान दिया है, उसे लेकर डीएमके का कहना है कि वह वीडियो पुराना है, लेकिन इससे ये तथ्य नहीं बदल सकता कि डीएमके बंटवारे के सिद्धातों पर बनी पार्टी है और आज भी इसके नेता ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं?'श्री प्रधान ने डीएमके नेता टीआरबी राजा के पुराने ट्वीट भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किए। जिनमें राजा ने यूपी बिहार के लोगों को लिए अपमानजनक बातें लिखीं थी। राहुल प्रधान ने इन ट्वीट को लेकर भी डीएमके पर निशाना साधा।
मारन ने दिया था यूपी बिहार के लोगों को लेकर विवादित बयान
दयानिधि मारन ने एक रैली के दौरान यूपी बिहार के लोगों के बारे में विवादित बयान दिया। डीएमके का दावा है कि यह वीडियो पुराना है जो अब वायरल हो रहा है। दरअसल मारन अपने भाषण के दौरान अंग्रेजी भाषा की पढ़ाई की अहमियत बता रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कहा कि जो लोग अंग्रेजी भाषा जानते हैं, वह आईटी सेक्टर में सम्मानित नौकरी करते हैं, ना कि यूपी बिहार के लोगों की तरह, जो सिर्फ हिंदी जानते हैं और तमिलनाडु में आकर मजदूरी करते हैं।
मारन के बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई
डीएमके सांसद मारन के बयान पर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि घमंडिया गठबंधन देश में नफरत फैला रहा है और इसके नेता परेशान होकर ऐसे बयान दे रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी मारन के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी गठबंधन देश को बांटने की कोशिश कर रहा है। तमिलनाडु में भाजपा के नेताओं ने भी डीएमके नेताओं पर उत्तर भारतीयों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने भी मारन के बयान की आलोचना की है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि किसी भी राज्य के लोगों का सम्मान किया जाना चाहिए उन्होंने कहा कि ऐसे बयान नफरत को बढ़ावा दे सकते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि 'अगर अप्रवासी मजदूर जाना बंद कर दें तो कई राज्यों में सामान्य जीवन जीना भी मुश्किल हो जाएगा।'
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