गाजियाबाद: 6 अप्रैल को भाजपा स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तरप्रदेश के जिला गाजियाबाद मे आएंगे, 6 अप्रैल की शाम 4:00 बजे मालीवाडा चौक से कालका गढ़ी होते हुए चौधरी मोड़ तक पीएम गाजियाबाद में रोड शो करेंगे, जिस रोड पर यह यात्रा शुरू ओर ख़तम होंगी उसको अम्बेडकर रोड के नाम से पुकारा जाता है।
सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं लेखक रविंद्र आर्य बताते है की वह अम्बेडकर रोड के पास ही रहते है, ओर सालों से इस अम्बेडकर रोड की जानकारी जुटा रहे है, नशाखोरों का अस्तित्व बना रहने से यहां असामाजिक तत्व सैकड़ो की संख्या मे है, पीएम यात्रा मे नशाखोरो की किस घटना की सम्भावना को जोर दे रहे है, क्यों अम्बेडकर रोड को रविंद्र आर्य संवेदनशील क्षेत्र कहकर पुकार रहे है। यात्रा की शुरुआत मोदी एवं योगी भी जाने अम्बेडकर रोड का सुरतेहाल ऐसा वह इसलिये कह रहे है, सालों से वह नशे के खिलाफ कार्य करते आये है। लेकिन प्रसासन का सुस्त रवैया से खासे नाराज है। ओर तो ओर यहाँ कुछ पत्रकार गढ़ ओर पुलिस प्रसासन के कुछ लोग नशाखोरो से हफ्ता वसूली भी करते आये है, इसी कारण वह हार थक कर करीब एक साल से शांत बैठे थे। लेकिन पीएम यात्रा ने दुबारा नशे के मुद्दे मे जान मे जान डाल दिया।
*रविंद्र आर्य का कहना है की अगर पीएम ओर सीएम तक यह बताने मे कामियाब रहे तो अम्बेडकर रोड हीं नहीं, पुरे ग़ज़िआबाद को नशा मुक्त करने मे प्रसासन का साथ देगे।*
बातते चले की यह नशे का मुद्दा क्यों पीएम यात्रा मे विघ्न डाल सकता है, मालींवाड़ा चौक से कालका गढ़ी का क्षेत्र है, वह अति संवेदनशील क्षेत्र है। कारण यहां सबसे जायदा असामाजिक तत्व है, जो की सूखा नशा बेचते आये है, सालों से बस स्टैंड पर पुराना कांग्रेस कार्यालय के सामने ओर पुलिस चौकी से मात्र पचास कदम पर विनोद नाम का व्यक्ति एवं उसकी बहन झोपडी मे खुले आम सूखा नशा बेच रहे है। इसी कारण इस रोड पर नशे मे लीन असामाजिक तत्त्व घूमते नजर आयेगे वायरस के जैसा सैकड़ो की संख्या मे नशे मे घूमते लोग मिल जायेगे जो की पैसे के खातिर सूखा नशा कर ऐसे व्यक्ति कुछ भी असामाजिक कार्ययोजना बनाकर अपराधी कार्य कर सकते है।
*सामाजिक एवं बुद्धिजीवी व्यक्ति जानते हीं होंगे की जापान के पीएम को करीब से गोलियां मारने वाला एक ऐसा हीं असामाजिक व्यक्ति हीं था, ऐसे आपराधिक प्रकरण मे ज्यादातर सूखे नशे का हीं प्रयोग किया जाता रहा है।*
पीएम यात्रा मे एक्सप्रेस मार्किट गोमती टावर या ग़ाज़ियाबाद टावर से ऐसे लोग पत्थर बाजी या गुलेल आदि का प्रयोग भी कर सकते है। उसका जीता जागता सबूत आज की गोमती टावर वीडियो मे देखा जा सकता है, यें टावर मे किस तरह से पीछे से अतरिक्त दीवारों की सहायता से छत पर चढ़ा जा सकता है। जब की चौकीदार इन टॉवरो का एक पुतले के जैसे रहते है।
वैसे तो हंस प्लाजा, सुचिता काम्प्लेक्स यमुनोत्री एवं गंगोत्री कंपलेक्स, सुरक्षित है, लेकिन गाजियाबाद टावर, गोमती टावर ओर एक्सप्रेस मार्केट उतने हीं असुरक्षित है, पीएम सुरक्षा मे एसपीजी भी जाने की उसके रास्ते अम्बेडकर रोड पर आसान नहीं होगा ऐसे टावरों की देखभाल करना उनके लिए टेड़ी खीर हीं होगा। बताते चले की खासकर गाज़िआबाद टावर मे सालों से सभी अबैध कब्जे की दुकाने है,14 मंजिल वहां से कोई भी गुलेल आदि से यात्रा मे हमला कर सकता है, ऐसे हीं गोमती टावर से मिलन ऑटो मोबाइल से विनीत कुमार यहां लोकल के रहने वाले हैं वह गोमती टावर के बारे में बता रहे हैं कि यहां पर लोग कुछ पीछे से दीवारों से भी चढ़ जाते हैं।
पीएम यात्रा की सुरक्षा को देखते हुए असामाजिक तत्व, सूखा नशा , अत्यधिक टावर यह सव पीएम की सुरक्षा एजेंसी एसपीजी के लिए आसान नहीं होगा।
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