Ghaziabad : आईटीएस डेन्टल कॉलेज, में बीडीएस पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को दंत चिकित्सा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए कॉलेज के पूर्व छात्र डॉ एस बी मौर्य द्वारा एक एलुमनाई लेक्चर प्रस्तुत किया गया जिसका विषय ‘‘कॉलेज टू रियल वर्ल्ड ऑफ डेन्टिस्ट्रीः एक्सप्लोरिंग द जर्नी‘‘ था। इस लेक्चर में 150 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। डॉ मौर्य ने अपनी बीडीएस एवं एमडीएस की पढ़ाई आईटीएस डेन्टल कॉलेज, मुरादनगर के से पूर्ण की थी। वर्तमान में डॉ मौर्य ओरल इम्प्लांटोलॉजिस्ट, स्माइल ऑफ इंडिया के संस्थापक है।
लेक्चर के दौरान डॉ मौर्य ने सभी विद्यार्थियों के साथ अपने कॉलेज के अनुभव को साझा किया तथा उन्होंने कॉलेज से दंत चिकित्सा की वास्तविक दुनिया के महत्वपूर्ण विभिन्न विकल्पों के बारे में सभी प्रतिभागियों को समझाया। इसके साथ ही उन्होंने प्रतिभागियों को रिहैबिलिटेशन और फेशियल एस्थेटिक्स उपचार के बीच के महत्व के बारे में भी समझाया एवं विद्यार्थियों के द्वारा पूछे गये सभी प्रश्नों के उत्तर भी दिये। इस लेक्चर का उद्देश्य विद्यार्थियों का मार्गदर्शन एवं उनके भविष्य में रिहैबिलिटेशन और फेशियल एस्थेटिक्स के क्षेत्र में प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक एकीकृत करने के लिये तैयार करना था। डॉ मौर्य ने इस कार्यक्रम के माध्यम से बीडीएस के विद्यार्थियों को फेशियल एस्थेटिक्स के उपचार की प्रक्रियाओं के बारे में नवीनतम ज्ञानवर्धक मंच के आयोजन के लिये संस्थान को धन्यवाद देते हुए लेक्चर का समापन किया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को सर्वश्रेष्ठ ज्ञान प्राप्त हुआ जिसके लिये सभी ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन, डॉ आरपी चड्ढा एवं वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।
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