Ghaziabad : आई0टी0एस0 इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एण्ड एलाईड साइंसेज ने 29 एवं 30 मई 2024 को फिजियोकॉन-2024 की दूसरी कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। कार्यशाला की संचालन प्रख्यात फिजियोथेरेपिस्ट, डॉ जी0के0 बालाजी द्वारा ’’स्ट्रोक में एकीकृत कार्यात्मक थेरेपी (आई0एफ0टी)’’ पर किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को एकीकृत कार्यात्मक थेरेपी की समग्र और बहु-विषयक प्रकृति के बारे में शिक्षित करना था।
डॉ जी0के बालाजी फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट हैं। डॉ0 बालाजी सायनेप्स फिजियो प्राइवेट लि0 के प्रबंध निदेशक और फोर्टिस अस्पताल मोहाली में फिजियोथेरेपी विभाग के एच0ओ0डी0 हैं। उन्होंने उन्नत उपचार तकनीकों के साथ अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए विदेशों से विभिन्न प्रमाणित पाठ्यक्रम पूरे किए हैं। डॉ0 बालाजी ने यू0के0से टेपिंग तकनीक, यू0एस0 से एन0डी0टी0, दुबई से ड्राई नीडलिंग आदि में प्रमाण हासिल किए हैं। उन्होने स्ट्रोक के रोगियों के इलाज के लिए अपनाई जाने वाली विभिन्न तकनीकों से छात्रों को अवगत कराया।
तकनीकों का प्रदर्षन शुरू करने से पहले, डॉ0 बालाजी ने सैद्धांतिक रूप से फालिष और उपचार तकनीकों के बारे में अवधारणाओं को स्पष्ट किया। उन्होंने प्रदर्षित किया कि फालिष- रोगियों के इलाज के लिए पीएनएफ, एनडीटी आदि जैसे विभिन्न न्यूरो तकनीकों को कैसे लागू किया जा सकता है। उन्होंने छात्रों को धड, ऊपरी अंग और निचले अंग के मूल्यांकन और उपचार के बारे में सिखाया। इसके अलावा, उन्होंने इन तकनीकों का उपयोग करके संतुलन और चाल प्रशिक्षण के बारे में भी विस्तार से बताया।
आई0टी0एस0 ओ0पी0डी0 के न्यूरो- रोगियों के मूल्यांकन और उपचार में इन सभी तकनीकों का प्रभाव डॉ0 बालाजी ने इस कार्यशाला मेे बताया। इन उदाहरणों से पता चला कि केसे एक बहु-विषयक दृष्टिकोण रोगी के परिणामों में उल्लेखनीय सुधार कर सकता है। इस कार्यशाला में उपस्थित सभी लोगों को प्रष्न पूछने और स्ट्रोक उपचार में चुनौतियों और समाधानों पर चर्चा करने का अवसर मिला।
सभी छात्रों ने फिजियोथेरेपी क्षेत्र के विशेषज्ञों से सीखने का अवसर देने के लिए आई0टी0एस0-दी एजूकेशन ग्रुप के वाइस चेयरमैन श्री अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।
0 टिप्पणियाँ