नई दिल्ली: अमेरिकन सेंटर में टियर्स ऑफ द अर्थ संगठन द्वारा "युवा परिवर्तनकर्ता संवाद" का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय "शांति और डिजिटलीकृत दुनिया" था, जिसमें विभिन्न प्रतिष्ठित कॉलेजों के उत्साही छात्रों ने भाग लिया। इस संवाद में छात्रों ने डिजिटल प्रगति और सतत शांति के बीच संबंधों की खोज की।इस आयोजन का उद्देश्य डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके पर्यावरणीय स्थिरता और शांति को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करना था। इस आयोजन का मार्गदर्शन सुश्री श्वेता दलमिया, एक प्रसिद्ध पर्यावरणीय क्लाइमैप्रेन्योर, ने किया। कार्यक्रम का आयोजन टियर्स ऑफ द अर्थ संगठन द्वारा किया गया था, जो एचआरआईटी के पूर्व छात्र श्री पल्लव गोपाल और श्री रुमित वालिया (2019 बैच, मैकेनिकल इंजीनियरिंग) की पहल है। सुश्री श्वेता दलमिया, पर्यावरणीय क्लाइमैप्रेन्योर नै युवा परिवर्तन कर्ताओं को तात्कालिक परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रोत्साहित किया। यह पहल एचआरआईटी के वाइस चेयरमैन डॉ. अंजुल अग्रवाल द्वारा शुरू की गई थी, और एचआरआईटी के अध्यक्ष चेयरमैन डॉ. अनिल अग्रवाल इस गतिविधि के संरक्षक थे।
एचआरआईटी के छात्रों ने इस संवाद में सक्रिय भाग लिया, जिनमें ऋषभ, शुभ, नीतिका, नंदिनी, वैभव, नितिन, गरिमा, तानिया, मुस्कान, समय, ललित, रुद्राक्ष, प्रियंशु, प्रियंशी, अनुज, वरुण, कुणाल, राहुल, विक्रांत, स्पर्श और सिकंदर शामिल थे। इनमें से, श्री शुभ को आयोजन समिति के सदस्य के रूप में चुना गया।
इस संवाद ने छात्रों को डिजिटल टूल्स के माध्यम से शांति निर्माण और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के तरीकों की गहन समझ विकसित करने में मदद की। सुश्री श्वेता दलमिया द्वारा साझा की गई विशेषज्ञता ने डिजिटलीकृत दुनिया में पर्यावरणीय उद्यमिता की भूमिका पर महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की। यह कार्यक्रम छात्रों को नेटवर्क बनाने और विचारों के आदान-प्रदान का एक मंच प्रदान करने में सफल रहा।
कार्य क्रम का संयोजन डारंजना शर्मा द्वारा किया गया। श्री अतुल भूषण का विशेष सहयोग रहा
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