Ghaziabad :T-20 विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारतीय टीम ने पिछले वर्ष वर्ल्ड कप में हुई हार का गम दूर कर दिया। 7 महीने पहले ऑस्ट्रेलिया से मिली हार से टीम सहित सभी भारतीयों का दिल टूट गया था। परंतु भारतीय टीम ने निराशा से उभरते हुए, शानदार वापसी की और T-20 वर्ल्ड कप जीतकर भारतवासियों को तोहफा दिया। रोहित की टीम ने साबित किया कि निरंतर प्रयास करने वाले की कभी हार नहीं होती। इस जीत के कई कारक रहे, जिसमें प्रमुख कारण भारतीय टीम का सामूहिक प्रयास रहा। जहां रोहित ने अपनी शानदार पारियों से ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई, वही विराट ने फाइनल मैच में बड़ी पारी खेलकर दिखाया कि वो बड़े मैच का खिलाड़ी है। जसप्रीत बुमराह ने असाधारण गेंदबाजी की, अफ्रीकी ओपनर को अपने आउट स्विंग पर क्लीन बोल्ड करने वाली गेंद इस विश्व कप की सबसे शानदार गेंद थी। बुमराह ने पूरे टूर्नामेंट में असाधारण गेंदबाजी की, वही अर्शदीप व हार्दिक ने पूरी तरह से उनके साथ दिया। स्पिन गेंदबाजी में कुलदीप व अक्षर ने अपनी भूमिका निभाई हालांकि फाइनल में दोनों उतनी अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए, परंतु उनकी कमी हार्दिक व अर्शदीप ने पूरी कर दी, बल्लेबाजी की बात करें तो रोहित, सूर्य, विराट ने अपनी-अपनी योग्यता जरूरत पड़ने पर दिखाई। फाइनल का सबसे बड़ा मूवमेंट सूर्यकुमार का कैच रहा। जिसके कारण अफ्रीका जीतते-जीतते रह गया। ये कैच इतिहास में दर्ज हो गया और इस मैच का सबसे बड़ा निर्णायक क्षण रहा। संक्षेप में कहा जाए तो पूरी टीम ने थोड़ा-थोड़ा योगदान देकर भारतीय फैंस को जून में दिवाली मनाने का मौका दिया। उम्मीद है भारतीय क्रिकेट का स्वर्णिम युग इस जीत के बाद एक बार फिर लौटेगी, नई पीढ़ी जीत से प्रेरणा लेकर और आगे बढ़ेगी।
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