Ghaziabad : बलात्कार सभ्य समाज में विकृत मानसिकता का परिचायक है जिसको, कभी भी नहीं स्वीकार किया जा सकता है, 2023 इस पर केंद और राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी तय करें और कठोर से कठोर कानून के तहत डंड अविलंब दिया जाय न की एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप व छिटाकशी कि जाय तभी बलात्कार की धटना पर विराम लग सकता है साथ ही बलात्कार की समस्या पर बिचार विमर्श कर देश को शिक्षित करने की आवश्यकता है न की अनशन धरना प्रदर्शन से इसका समाधान है, राजनीति सत्ता से ज्यादा समाज सत्ता पर ध्यान देने की जरुरत है क्योंकि आज समाजिक ताना बाना बिगड़ा हुआ है और समाज भेदनीति के दौर से गुजर रहा है
सीधा सा फार्मूला है
पहले स्थान पर समाज सत्ता
दुसरे पर धर्म सत्ता
तिसरे पे अर्थ सत्ता
चौथे पे राजनीति सत्ता होना चाहिए जो आजकल विपरीत हो रहा है जिसके कारण समाज व देश में विकृत बातावरण पनप रहा है इस पर गंभिरता से बिचार मंथन करने की आवश्यकता है
इसमें देश के सभी धर्मो के धर्माचार्ययों बुद्बिजीवी राजनीतिक दल व देश के विद्धानो को आगे आना चाहिए तभी इस समस्या से देश को निजात मिलेगा और बलात्कार जैसे समाजिक बुराई पर विराम लगेगा
देश से ये बुराई इसलिए अबतक खत्म नहीं हो रहा है इसका एक मात्र कारण यह है की हम लोग अभी भी इसको राजनीतिक व जातिगत कारण मानते आ रहें है
भारत का इतिहास साक्षी है इस से कोई भी राज्य व समाज व जाति अछुता नहीं है यदा कदा हर राज्य में दशको से हर शासनकाल में होता रहा है इस लिए एक दुसरे पर दोषारोपण करने के वजाय स्थाई समाधान के तरफ देश को ले जाने की जरुरत है
हम सरकार व समाज से आग्रह करते है कि इस बिषय को राजनीति व जाति या धर्म के चश्मे से न देखें और इस बुराई को जड़ से समाप्त करने के तरफ आगें बढ़े इसकी जिम्मेवारी हर व्यक्ति लें दल की दलदल से उपर उठकर काम करने की आवश्यकता है तभी रुकेगा तभी देश विकास करेगा तभी भारत सभ्य समाज कहलायेगा व विश्व गुरु बनेगा।
में अब तक भारत में सभी बलात्कार की धटना व उससे हुए मौत की भर्त्सना व निंदा करता हुँ।
सुनील झा
संस्थापक सदस्य
मिथिला राज्य संघर्ष समिति बिहार
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