गाजियाबाद : राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ (राजस्थान) ने हिन्दी सृजन हेतु दिए जाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी है । संस्थाध्यक्ष श्याम महर्षि और उपाध्यक्ष बजरंग शर्मा के अनुसार वर्ष 2024 का संस्था का सर्वोच्च व प्रतिष्ठित मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान अजमेर के प्रख्यात उपन्यासकार-कथाकार प्रफुल्ल प्रभाकर को उनके समग्र साहित्यिक अवदान के लिए प्रदान किया जाएगा। घोषित पुरस्कारों की जानकारी साझा करते हुए संस्था के मंत्री और पुरस्कार समिति के संयोजक रवि पुरोहित ने बताया कि इस बार देश-भर से प्रविष्टियां व प्रस्ताव प्राप्त हुए। डॉ. नंदलाल महर्षि स्मृति हिन्दी सृजन पुरस्कार जयपुर के उपन्यासकार, कथाकार प्रबोध कुमार गोविल को वर्ष 2023 में किताबगंज प्रकाशन, गंगापुर सिटी से प्रकाशित उपन्यास टापुओं पर पिकनिक को अर्पित किया जाएगा।
इसी प्रकार श्री शिवप्रसाद सिखवाल स्मृति महिला लेखन पुरस्कार दिल्ली की ख्यातनांमा साहित्यकार सुश्री रिंकल शर्मा की वर्ष 2023 में अद्विक पब्लिकेशन प्रा.लि., दिल्ली से प्रकाशित नाट्य कृति ‘बुरे फंसे’ को और श्याम सुन्दर नागला स्मृति बाल साहित्य पुरस्कार दिल्ली की वरिष्ठ बाल साहित्यकार सुमन बाजपेयी को फ्लाई ड्रिम्स पब्लिकेशन, जैसलमेर से 2023 में प्रकाशित उनकी प्रसिद्ध बाल उपन्यास कृति ‘तारा की अनोखी यात्रा’ के लिए घोषित कियेे गये हैं। पं. गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार से समादृत लेखक श्री सुरेश ओझा के सौजन्य से गत वर्ष प्रारम्भ किया गया इतर साहित्यिक लेखन क्षेत्र का सुरेश कंचन ओझा लेखन पुरस्कार लखनऊ के प्रख्यात जर्नलिस्ट प्रभु झिंगरन को पिलग्रिम्स पब्लिशिंग, वाराणसी से वर्ष 2022 में प्रकाशित उनकी कृति ‘ड्रोन पत्रकारिता’ के लिए प्रदान किया जाएगा।
आयोजन समन्वयक महावीर माली ने बताया कि सभी पुरस्कार 14 सितम्बर, 2024 को श्रीडूंगरगढ (राजस्थान) में जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (वि.वि.) और समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोज्य भव्य समारोह में अर्पित किये जायेंगे। संस्था के कोषाध्यक्ष रामचन्द्र राठी के अनुसार मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान में 21 हजार रुपए नगद तथा अन्य सभी चयनित कृतियों के रचनाकारों को पुरस्कार स्वरूप ग्यारह हजार रूपये नगद राशि के साथ सम्मान-पत्र, स्मृति-चिह्न, शॉल आदि अर्पित किए जायेंगे। आयोजन सचिव महावीर सारस्वत ने बताया कि रामकिशन उपाध्याय स्मृति समाज सेवा सम्मान की घोषणा भी शीघ्र की जाएगी। पं. मुखराम सिखवाल स्मृति राजस्थानी साहित्य सृजन पुरस्कार अब प्रतिवर्ष 21 फरवरी को मातृभाषा दिवस पर आयोज्य समारोह में अर्पित किया जाएगा।
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