Ghaziabad :- आई० टी० एस० मोहन नगर परिसर में दिनांक ३१ सितम्बर २०२४ को एम० सी० ए० कार्यक्रम के २८ वें बैच के ओरिएंटेशन कार्यक्रम "अभिविन्यास" का भव्य शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाँ० कृष्णामूर्ति राजेश (Global Director & Head Enterprise IT, Grey Orange) मुख्य वक्ता श्री प्रसेनजीत मुख़र्जी (CIO & CDO, JWIL, Infra Ltd.) तथा विशिष्ठ अतिथि श्री रजनीश चड्ढा (Co-Founder, AIWIZE Labs Pvt. Ltd.) थे।कार्यक्रम का शुभारम्भ आई० टी० एस० समूह के चेयरमैन डाँ० आर० पी० चड्ढा , वाईस चेयरमैन श्री अर्पित चड्ढा ,मुख्य अतिथि डाँ० कृष्णामूर्ति राजेश , मुख्य वक्ता श्री प्रसेनजीत मुख़र्जी तथा विशिष्ठ अतिथि श्री रजनीश चड्ढा,आई० टी० एस० मोहन नगर के आई० टी० विभाग के निदेशक डॉ० सुनील कुमार पांडेय, एम० सी० ए० विभाग की संयोजिका प्रो० पूजा धर तथा सह संयोजिका प्रो० स्मिता कंसल के द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
आई० टी० एस० समूह के वाईस चेयरमैन श्री अर्पित चड्ढा ने अपने स्वागत सम्बोधन में नवागंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि आई० टी० एस० हमेशा शिक्षा की उच्चतम गुणवत्ता प्रदान करने के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अर्थ केवल ज्ञान प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि समय के साथ विचारशीलता, नेतृत्व कौशल, और सामाजिक जवाबदेही की भावना को भी विकसित करने के बारे में है।
इसके उपरांत आई० टी० विभाग के निदेशक डॉ० सुनील कुमार पांडेय ने अपने सम्बोधन में सभी नए छात्रों का स्वागत किया तथा कहा कि आई० टी० एस० छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सर्वदा प्रतिबद्ध रहा है तथा यहाँ छात्रों को अनुभवी शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा, महत्वपूर्ण अनुसंधान और परियोजनाओं में शामिल होने का और अपने सहयोगियों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम का उद्देश्य है कि छात्रों को हमारी शैक्षिक संस्कृति, कैम्पस सुविधाओं, और उनके शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को समर्थन देने वाले विभिन्न संसाधनों से परिचित किया जाए।
अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि डाँ० कृष्णामूर्ति राजेश ने छात्रों को भविष्य में आने वाली चुनौतियों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि छात्र समय का सदुपयोग करके तथा अपनी लगन एवं परिश्रम से किसी भी प्रकार कि चुनोतियों का डट कर सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए आई० टी० एस० द्वारा किये गए प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का सफर एक परिवर्तनात्मक होता है। यह छात्रों को ज्ञान के साथ-साथ विचारशीलता, समस्या समाधान कौशल, और दुनिया के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है।
अपने सम्बोधन में श्री प्रसेनजीत मुख़र्जी ने जहाँ सूचना प्रौद्योगिकी के विकास पर चर्चा करते हुए गत दशकों में चरणबद्ध रूप में परिवर्तनों एवं नवीन तकनीकों के विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने सम्बोधन में कहा कि आज के परिपेक्ष्य में विश्वविद्यालय पाठ्यक्रमों के साथ साथ सामयिक रूप से प्रयोगी कौशल एवं तकनीकों को समझने एवं निपुणता विकसित करने की अत्यंत आवश्यकता है । उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज वर्चुअल रियलिटी, बिग डाटा, रोबोटिक्स, मोबाइल अनुप्रयोग इत्यादि ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें रोजगार एवं स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं जिनके द्वारा अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते है। आवश्यकता इस बात की है की उसके लिए पूरे मन से प्रयास किया जाये। उन्होंने छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इसके उपरांत विशिष्ठ अतिथि श्री रजनीश चड्ढा ने अपने सम्बोधन में सभी नए छात्रों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा का सफर एक परिवर्तनात्मक होता है। यह छात्रों को ज्ञान के साथ-साथ विचारशीलता, समस्या समाधान कौशल, और दुनिया के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है।
अपने सम्बोधन में एम० सी० ए० कार्यक्रम की संयोजिका प्रो० पूजा धर ने कहा कि आई० टी० एस० अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव कार्यरत रहता है। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने सभी छात्रों का स्वागत किया तथा उन्हें संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने छात्रों को कहा कि मैं आपको सलाह देती हूँ कि वे यहाँ न केवल अपने शैक्षिक प्रयासों में उत्कृष्टता प्राप्त करके, बल्कि साक्षरता कार्यक्रमों, क्लब्स, और समुदाय सेवा में सक्रिय भाग लेकर अपने समय का सदुपयोग करें।
सात दिन चलने वाले कार्यक्रम अभिविन्यास में डाँ० रीता सेन गुप्ता ( Director(BS), NIESBUD) , डाँ० नीरज चंदोक (Academician, Customer Centricity & Leadership कोच), डाँ० ताज़ीन रेहमान(Transforming Trauma and Empowering Minds कोच ) श्री वेद प्रकाश (NLP Trainer), तथा डॉ० अमिताभ राजन ( रिटायर्ड आई ० ए० एस० तथा चेयरमैन आर० बी० आई ० सर्विसेज बोर्ड ) ने अपने विचार साझा करेंगे ।
इस कार्यक्रम में एक द्वी दिवसीय ध्यान कार्यशाला का भी आयोजन किया जायेगा,
इस कार्यक्रम के प्रथम दिन एम० सी० ए० पाठ्यक्रम के पुरातन छात्रों के साथ एक संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमे उन्होंने नवप्रवेशी छात्रों को सम्बोधित किया तथा उनका मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर एम० सी० ए० विभाग के संकाय सदस्य तथा छात्र उपस्थित थे।आई० टी० एस० मोहन नगर ग़ाज़ियाबाद में एम० सी० ए० कार्यक्रम के २८ वें बैच का शुभारम्भ *
आई० टी० एस० मोहन नगर ग़ाज़ियाबाद परिसर में दिनांक ३१ सितम्बर २०२४ को एम० सी० ए० कार्यक्रम के २८ वें बैच के ओरिएंटेशन कार्यक्रम "अभिविन्यास" का भव्य शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाँ० कृष्णामूर्ति राजेश (Global Director & Head Enterprise IT, Grey Orange) मुख्य वक्ता श्री प्रसेनजीत मुख़र्जी (CIO & CDO, JWIL, Infra Ltd.) तथा विशिष्ठ अतिथि श्री रजनीश चड्ढा (Co-Founder, AIWIZE Labs Pvt. Ltd.) थे।कार्यक्रम का शुभारम्भ आई० टी० एस० समूह के चेयरमैन डाँ० आर० पी० चड्ढा , वाईस चेयरमैन श्री अर्पित चड्ढा ,मुख्य अतिथि डाँ० कृष्णामूर्ति राजेश , मुख्य वक्ता श्री प्रसेनजीत मुख़र्जी तथा विशिष्ठ अतिथि श्री रजनीश चड्ढा,आई० टी० एस० मोहन नगर के आई० टी० विभाग के निदेशक डॉ० सुनील कुमार पांडेय, एम० सी० ए० विभाग की संयोजिका प्रो० पूजा धर तथा सह संयोजिका प्रो० स्मिता कंसल के द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
आई० टी० एस० समूह के वाईस चेयरमैन श्री अर्पित चड्ढा ने अपने स्वागत सम्बोधन में नवागंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि आई० टी० एस० हमेशा शिक्षा की उच्चतम गुणवत्ता प्रदान करने के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अर्थ केवल ज्ञान प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि समय के साथ विचारशीलता, नेतृत्व कौशल, और सामाजिक जवाबदेही की भावना को भी विकसित करने के बारे में है।
इसके उपरांत आई० टी० विभाग के निदेशक डॉ० सुनील कुमार पांडेय ने अपने सम्बोधन में सभी नए छात्रों का स्वागत किया तथा कहा कि आई० टी० एस० छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सर्वदा प्रतिबद्ध रहा है तथा यहाँ छात्रों को अनुभवी शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा, महत्वपूर्ण अनुसंधान और परियोजनाओं में शामिल होने का और अपने सहयोगियों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम का उद्देश्य है कि छात्रों को हमारी शैक्षिक संस्कृति, कैम्पस सुविधाओं, और उनके शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को समर्थन देने वाले विभिन्न संसाधनों से परिचित किया जाए।
अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि डाँ० कृष्णामूर्ति राजेश ने छात्रों को भविष्य में आने वाली चुनौतियों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि छात्र समय का सदुपयोग करके तथा अपनी लगन एवं परिश्रम से किसी भी प्रकार कि चुनोतियों का डट कर सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए आई० टी० एस० द्वारा किये गए प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का सफर एक परिवर्तनात्मक होता है। यह छात्रों को ज्ञान के साथ-साथ विचारशीलता, समस्या समाधान कौशल, और दुनिया के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है।
अपने सम्बोधन में श्री प्रसेनजीत मुख़र्जी ने जहाँ सूचना प्रौद्योगिकी के विकास पर चर्चा करते हुए गत दशकों में चरणबद्ध रूप में परिवर्तनों एवं नवीन तकनीकों के विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने सम्बोधन में कहा कि आज के परिपेक्ष्य में विश्वविद्यालय पाठ्यक्रमों के साथ साथ सामयिक रूप से प्रयोगी कौशल एवं तकनीकों को समझने एवं निपुणता विकसित करने की अत्यंत आवश्यकता है । उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज वर्चुअल रियलिटी, बिग डाटा, रोबोटिक्स, मोबाइल अनुप्रयोग इत्यादि ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें रोजगार एवं स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं जिनके द्वारा अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते है। आवश्यकता इस बात की है की उसके लिए पूरे मन से प्रयास किया जाये। उन्होंने छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इसके उपरांत विशिष्ठ अतिथि श्री रजनीश चड्ढा ने अपने सम्बोधन में सभी नए छात्रों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा का सफर एक परिवर्तनात्मक होता है। यह छात्रों को ज्ञान के साथ-साथ विचारशीलता, समस्या समाधान कौशल, और दुनिया के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है।
अपने सम्बोधन में एम० सी० ए० कार्यक्रम की संयोजिका प्रो० पूजा धर ने कहा कि आई० टी० एस० अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव कार्यरत रहता है। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने सभी छात्रों का स्वागत किया तथा उन्हें संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने छात्रों को कहा कि मैं आपको सलाह देती हूँ कि वे यहाँ न केवल अपने शैक्षिक प्रयासों में उत्कृष्टता प्राप्त करके, बल्कि साक्षरता कार्यक्रमों, क्लब्स, और समुदाय सेवा में सक्रिय भाग लेकर अपने समय का सदुपयोग करें।
सात दिन चलने वाले कार्यक्रम अभिविन्यास में डाँ० रीता सेन गुप्ता ( Director(BS), NIESBUD) , डाँ० नीरज चंदोक (Academician, Customer Centricity & Leadership कोच), डाँ० ताज़ीन रेहमान(Transforming Trauma and Empowering Minds कोच ) श्री वेद प्रकाश (NLP Trainer), तथा डॉ० अमिताभ राजन ( रिटायर्ड आई ० ए० एस० तथा चेयरमैन आर० बी० आई ० सर्विसेज बोर्ड ) ने अपने विचार साझा करेंगे ।
इस कार्यक्रम में एक द्वी दिवसीय ध्यान कार्यशाला का भी आयोजन किया जायेगा,
इस कार्यक्रम के प्रथम दिन एम० सी० ए० पाठ्यक्रम के पुरातन छात्रों के साथ एक संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमे उन्होंने नवप्रवेशी छात्रों को सम्बोधित किया तथा उनका मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर एम० सी० ए० विभाग के संकाय सदस्य तथा छात्र उपस्थित थे।
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