Hot Posts

6/recent/ticker-posts

भगवान राम और भक्त हनुमान का मिलन, बाली वध, और सीता हरण के प्रसंग का प्रदर्शन किया

राम-हनुमान मिलन और बाली वध का रामलीला में मंचन हुआ, जिसमें भगवान राम और भक्त हनुमान का मिलन, बाली वध, और सीता हरण के प्रसंग का प्रदर्शन किया गया। राम और लक्ष्मण जंगल में भटकते हैं और हनुमान से मिलते हैं।

साहिबाबाद । रामायण कला संगम समिति के मंचन पर भगवान राम और भक्त हनुमान के मिलन का मनोहारी दृश्य प्रस्तुत किया गया। इस दौरान बाली वध का भी मंचन हुआ। माता सीता के हरण के बाद भगवान राम और लक्ष्मण जंगलों में भटकते रहते हैं। वह किष्किंधा के पर्वत पर पहुंचते हैं। वहां पर उन्हें हनुमान ने देखा और साधु का वेश रूप धरकर राम और लक्ष्मण से उनका परिचय लिया। राम नाम सुनते ही हनुमान अपने असली स्वरूप में आ जाते हैं। राम सीता हरण के घटना की सारी बात बताते हैं। हनुमान उन्हें अपने कंधे पर बैठाकर सुग्रीव के पास ले गए। हनुमान ने सुग्रीव से सारी बात बताई। इसके बाद सुग्रीव ने उन्हें माता सीता को ढूंढने में सहायता का वचन देते हैं। इससे पूर्व सुग्रीव अपने बड़े भाई बाली के आतंक के बारे में भगवान राम को बताया। भगवान राम ने उसके वध का आश्वासन दिया। सुग्रीव बाली को युद्ध के लिए ललकारते हैं और राम बाली पर बाण चलाकर वध करते हैं। जटायु रावण को काफी रोकने का प्रयास करते हैं, भगवान राम ने माता शबरी के झूठे बेर खाए पहले दृश्य में माता शबरी का राम से मिलन हुआ और माता शबरी अपने प्रभु राम से मिलकर बहुत प्रसन्न होती हैं। भगवान बहुत खुश होकर शबरी के झूठे बेर खाते है। रामलीला में अध्यक्ष श्री बिक्रम सिंह बैंसला, महासचिव अशोक चौधरी, कोषाध्यक्ष के के सिंह, सचिव शालिकराम सिंह, देवेंद्र त्यागी, नीतू चौधरी, प्रशांत पटेल,अनिल सिरोही, मास्टर बिजेंद्र सिंह मीडिया प्रभारी मोहित शर्मा, सुरेश कसाना, चेतन ठाकुर, अभिमन्यु सिंह,पंकज गोयल,विनय कुमार,दीपक कुमार, विनय कुमार, आशीष पंडित, कैमरामैन प्रवेश गुप्ता, विकास यादव, मोनू चौधरी, शैलेंद्र पाल, रोहित गुप्ता, आशीष जैन, संतोष शर्मा, आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ