बच्चों की विविध स्पर्धाएं हुई और पुरस्कृत किये गये, नशा सामाजिक बुराई, इससे दूर रहें: एएसपी अर्चना झा
बिलासपुर। पायल एक नया सवेरा वेलफ़ेयर फाउंडेशन एवं छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन महिला बिलासपुर इकाई द्वारा चेतना विरुद्ध नशा अभियान के चौथे चरण का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सिरगिट्टी में किया गया। यहां बालदिवस के अवसर पर मेले का आयोजन किया गया था जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम में एडीशनल एसपी अर्चना झा मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित थीं। पायल एक नया सवेरा वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष पायल लाठ ने बताया कि संस्था की ओर से बच्चों के लिए रंगोली , निबंध और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता करवाई गई और उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। इसका टॉपिक था नशा मुक्ति। जहां बच्चों ने बहुत ही सुंदर रंगोली नशा मुक्ति को लेकर बनाई। मुख्य अतिथि एएसपी अर्चना झा ने बच्चों को नशे के परिणाम बताए और इनसे दूर रहने आगाह किया। उन्होने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है जो अच्छे से अच्छे परिवार को खत्म कर देता है अतः किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें। पायल लाठ ने कहा कि नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जिसने हमारे समाज के कई हिस्सों में गहरी जड़ें जमा ली हैं। यह केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि परिवार, समाज, और राष्ट्रीय विकास को भी प्रभावित करता है। नशे के बढ़ते चलन को नियंत्रित करने के लिए बिलासपुर पुलिस ने एक सराहनीय कदम उठाया है। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में "चेतना अभियान" का चौथा चरण, "चेतना विरुद्ध नशा," इस समस्या को जड़ से समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस अभियान का उद्देश्य समाज में नशे की बुराई के प्रति जागरूकता फैलाना और इसे सामूहिक प्रयासों से जड़ से समाप्त करना है। कार्यक्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिरगिट्टी के प्राचार्य अजीत कुमार कुजूर, मैडम रेणु यादव, कराटे कोच शाहिद समेत स्कूल स्टॉफ उपस्थित था।
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