Ghaziabad :- एच आर आई टी विश्वविधालय, गाजियाबाद में ‘पलाश’ फेयरवेल पार्टी 2024 का आयोजन एक बेहद उत्साहपूर्ण और यादगार अनुभव के रूप में संपन्न हुआ। इस आयोजन ने विद्यार्थियों को एकजुट किया और मनोरंजन के साथ उनके जीवन में एक खास अध्याय जोड़ा। मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं
जिसमे विभिन्न विभागों के छात्र छात्राओं ने उत्साहपूर्वक बढ़ चढ़कर अपनी विशेष रुचि तथा कलात्मक प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया । कार्यक्रम का शुभारम्भ कॉलेज के कुलाधिपति डॉ. अनिल अग्रवाल, प्रति-कुलाधिपति डॉ. अंजुल अग्रवाल, महानिदेशक डॉ. वी. के. जैन, कुलपति डॉ. डी. के. शर्मा, निदेशक डॉ० निर्दोष अग्रवाल के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया । विधार्थियो ने सांस्कृतिक नृत्य ,गायन प्रस्तुत किया तथा भारतीय संस्कृति के रंगो की छटा चारो तरफ बिखेरी ।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में भारतीय और पश्चिमी संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिला।
फेयरवेल समाहरोह मे मिस फेयरवेल दिशा गुप्ता, मानसी बिष्ट, शिवानी, पारुल मिस्टर फेयरवेल आदित्य कुमार राय, अभिनव सिंह,कार्तिक चड्डा, अमान चुने गए।
इस अवसर पर माननीय कुलाधिपति डॉ0 अनिल अग्रवाल जी के द्वारा सभी सफल छात्रों को पुरस्कार का वितरण किया । साथ ही विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं।
आयोजित कार्यक्रम डॉ0 एम के जैन, विनोद कुमार, नवनीत शर्मा, धर्मेंद्र कुमार, गुरविंद कंसल, डॉ0 उमेश कुमार सिंह, श्री सी. एन. सिन्हा, सचिन कौशिक, रवि श्रीवास्तव, तथा अन्य सम्मानित लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वंदना त्यागी ने किया ।
कार्यक्रम में अतुल भूषण, पूजा चौधरी, अलका बंसल, अंजलि गुप्ता, मानसी, प्रियंका त्यागी, मानसी, एकता झा, हेमलता, सोनिका शर्मा, कामिनी शर्मा, शुभंकर सिंह, अखिल कुमार, शिवानी त्यागी, पूर्णिमा तेवतिया, शिल्पी, विभांशी त्यागी, अन्नू, दीपक कुमार, फैसल खान, सोनू कुमार, शोभित खत्री, राहुल, रवि कुमार, विकास कुमार, वासुदेव शर्मा, शबनम जैदी, डॉ0 वरूण त्यागी, जैन सिंह, डॉ0 नवीन राठी, डॉ0 अंजू रानी, डॉ0 एकलव्य सिंह, डॉ0 वीरेन्द्र कुमार, अरूण चौधरी, डॉ0 पी एस कौशिक, रशिमी त्यागी, गौरव शर्मा, डॉ0 नवनीत शर्मा, आदि का सहयोग रहा।
आयोजन को सफल बनाने में अतुल भूषण (प्रशासनिक अधिकारी) का मुख्य योगदान रहा। इसके अलावा, शिक्षकों और कर्मचारियों का भी सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम का समापन छात्रों और शिक्षकों के सहयोग से एक यादगार शाम के रूप में हुआ।
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