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गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने आरटीई के दाखिलो के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की मैराथन मीटिंग

जिले के स्कूलो मे सीट मैपिंग ठीक होने पर आरटीई के तहत 50 हजार बच्चो को मिल सकता है दाखिला

गाजियाबाद :-पेरेंट्स एसोसिएशन ने आरटीई के दाखिलों की प्रक्रिया में आ रहे व्यवधानों , स्कूलों में सीटों की मैपिंग सहित आरटीई से जुड़े अनेकों मुद्दों को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ मैराथन मीटिंग की गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी और आरटीई प्रभारी धर्मेंद्र यादव एवं राहुल कुमार ने बताया कि गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन लगातार प्रदेश और जिले के बच्चो को आरटीई के तहत शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए लम्बी लड़ाई लड़ रही है जिसके सार्थक परिणाम भी आ रहे पिछले वर्ष दिए गए सुझावों पर विभाग ने अमल भी किया जीपीए आरटीई के दाखिलों की प्रक्रिया में खामियों और व्यवधानों को दूर करने के लिए लगातार गहनता से कार्य कर रही है इस वर्ष पहले चरण के लिए दाखिले की प्रक्रिया 1 दिसंबर से प्रारंभ हो गई जो 19 दिसंबर तक चली इस प्रक्रिया के दौरान जब गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जांच की तो इसमें बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ जीपीए की टीम ने ज्ञापन के अंदर दिए गए सभी बिंदुओं पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से विस्तृत चर्चा की इन सभी बिंदुओं को बीएसए ओपी यादव ने बड़ी गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि वो विभाग के सभी सहयोगियों के साथ मीटिंग कर इन खामियों को दूर जीपीए ने मीटिंग के दौरान बीएस को बताया कि 
1.जिले मे शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कुल स्कूलों की संख्या 1695 है जिनमें 
शहरी क्षेत्र के कुल स्कूल है 1461
शहरी क्षेत्र में बंद दिखाए गए स्कूलों की संख्या है 486 
ग्रामीण क्षेत्र में कुल स्कूलों की संख्या है 234 
ग्रामीण क्षेत्र में बंद दिखाए गए स्कूल 17 
इस प्रकार जिले में कुल 1695 स्कूल है जिनमें 503 स्कूलों को बंद दिखाया गया है ये अत्यंत जांच का विषय है कि जब जिले में 1695 स्कूलों का संचालन हो रहा है तो इनको किस आधार पर बंद दिखाया गया है अगर ये सभी स्कूल बिना मान्यता के जिले में संचालित हो रहे है तो शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक इन स्कूलों पर कार्यवाई क्यों नहीं सुनिश्चित की गई ? अगर इन सभी स्कूलों की पारदर्शी तरीके से जांच कर इन सभी 1695 स्कूलों में आरटीई की सीटों की मैपिंग की जाए तो जिले में 50, 000 से ज्यादा गरीब अभिभावको के बच्चो को शिक्षा का अधिकार मिल सकता है 

2.आरटीई के अंतर्गत शिक्षा सत्र 2024/25 में जिले में 550 स्कूल थे जिनमें कुल सीटों की संख्या 15386 थी इस बार शिक्षा सत्र 2025 /26 के लिए स्कूलों की मैपिंग कर 642 स्कूलों को और एड किया गया जिनमें कुल 4278 आरटीई की सीटों की बढ़ोतरी की गई अर्थात जिले के कुल 1192 स्कूलों में आरटीई की सीटों की संख्या 19664 हुई है महोदय इन आंकड़ों का आप जब स्वय आंकलन करेंगे तो पाएंगे कि जब बीते सत्रों में जिले के 552 स्कूलों में आरटीई की सीटों की संख्या लगभग 15386 थी और इस शिक्षा सत्र में स्कूलों की मैपिंग कर कुल 642 स्कूलों को बढ़ाया गया है लेकिन उसके बाद भी इन स्कूलो कि मैपिंग के बाद कुल सीटों की संख्या केवल 4278 ही बढ़ सकी जो अपने आप में सवाल खड़ा करती है कि स्कूलों में सीटों की मैपिंग पारदर्शी तरीके से नहीं की गई है अगर इन सभी स्कूलों की मैपिंग ठीक प्रकार से कराई जाए तो जिले में लगभग 50,000 सीटे पर गरीब बच्चो को शिक्षा का अधिकार मिल सकता है 

3.शिक्षा सत्र 2025/26 के अंतर्गत होने वाले आरटीई के दाखिलों के लिए बिना किसी पूर्व सूचना के स्कूल एक वार्ड से दूसरे वार्ड में कर दिए गए जिससे जिले के पांचों जोन में अनेको वार्ड स्कूल विहीन हो गए है गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की जाँच के दौरान ये पाया गया की जो स्कूल वार्ड नंबर 14 में थे जैसे 
1. डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल। 
2 . सी.एस.एच.पी पब्लिक स्कूल। इनको वार्ड नंबर 15 में शिफ्ट कर दिया गया। 
3 . न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल 
4.ज्ञानस्थली पब्लिक स्कूल को वार्ड नो 14 से प्रताप विहार सेक्-11 में शिफ्ट कर दिया गया। 
5.सफायर इंटरनेशनल स्कूल जो की डूंडाहेड़ा वार्ड में आता है उसको वार्ड नो 14 में शिफ्ट दिया गया। 
6.महाराजा कान्वेंट स्कूल आंबेडकर नगर वार्ड से न्यू विजय नगर वार्ड 14 में शिफ्ट कर दिया गया। 
7.ओमानष चिल्ड्रेन्स वैली स्कूल को शिवपुरी वार्ड से न्यू विजय नगर वार्ड 14 में शिफ्ट कर दिया गया।
8.हर्षित पब्लिक स्कूल को शंकरपुरी से न्यू विजय नगर वार्ड 14 में शिफ्ट कर दिया गया।
10.वसिष्ठ शिशु विद्या मंदिर को शंकरपूरी से न्यू विजय नगर वार्ड 14 में शिफ्ट कर दिया गया।

ये सभी स्कूल आपको उदाहरण के तौर पर दर्शाए गए है जब जिला बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिले के पांचों जोन की जांच की जाएगी तो पाया जाएगा कि पांचों जोन में बिना किसी पूर्व सूचना और आरटीई के नियम के विरुद्ध जाकर अनेकों स्कूल के वार्ड परिवर्तन कर दिए गए है जिसके कारण अनेकों वार्ड स्कूल विहीन हो गए है और उन वार्डो में रहने वाले गरीब अभिभावकों के बच्चे अपने वार्ड में स्कूल नहीं भर पा रहे है 

4.सत्र 2025/26 के अंतर्गत आरटीई में प्रथम चरण गाजियाबाद में भरे जाने वाले फॉर्म की संख्या कुछ इस प्रकार है :-
19 दिसंबर 24 तक जिले के पांचों जोन में ऑन लाइन भरे गए कुल फार्म =6560
अधूरे भरे गए कुल फार्म की संख्या =1460
 22 दिसंबर 24 सुबह 10:30 मिनट तक कुल फार्म निरस्त किए गए =1159

 जिला बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा गरीब अभिभावकों को ऑन लाइन फॉर्म भरने में मदद के लिए पांचों जोन में सहयोगियों के नाम सहित नंबर जारी किए गए थे उसके बाद भी बड़ी संख्या में बच्चो के फार्म निरस्त किए गए हैं जब जीपीए द्वारा कुछ अभिभावकों की शिकयत पर इन सहयोगियों से वार्ता की गई तो बताया गया कि नेट की समस्या के कारण फार्म स्वय ही निरस्त हो गए है जिसके बाद उन्हें दुबारा भरवाया गया इसी प्रकार अनेकों अभिभावक ऐसे है जिनके फार्म मामूली त्रुटि होने पर निरस्त कर दिए गए है जीपीए आपसे अनुरोध करती है कि ये गरीब अभिभावक साइबर कैफे की मदद से ऑन लाइन फॉर्म भरते है इसलिए फार्म भरने वाले व्यक्ति से त्रुटि संभव है इसलिए निरस्त किए गए सभी फार्म की जांच एक बार पुनः की जाए और फार्म पर मौजूद अभिभावकों के नंबर पर संपर्क कर इन्हें पुनः ठीक कराया जाए । जिससे की ज्यादा से ज्यादा बच्चो को शिक्षा का मौलिक अधिकार मिल सके 

5.शिक्षा सत्र 2025/26 के लिए 1 दिसंबर 24 से शुरू हुई आरटीई के दाखिलों की प्रक्रिया के पहले चरण में ही अनेकों स्कूल ऐसे है जिनमें सीटे फुल होना दर्शाया गया हैं अनेकों स्कूल ऐसे है जिनमें प्री और कक्षा 1 में बच्चो की संख्या बहुत अधिक है लेकिन किसी स्कूल में कक्षा प्री में सीटों की संख्या शून्य है तो किसी स्कूल में कक्षा 1 में सीटों की संख्या शून्य है उदाहरण के लिए पिछले साल बाल भारती स्कूल में 10 सीटे थी लेकिन इस बार केवल 3 सीटे ही दर्शाई गईं हैं जिससे प्रतीत होता है कि इन स्कूलों की सीटों की मैपिंग ठीक प्रकार से नहीं की गई है साथ ही अनेकों बड़े बड़े स्कूल ऐसे है जिन्हें पहले चरण की प्रक्रिया के दौरान हटा दिया गया है उदाहरण के तौर पर लोनी जोन का रोजर्स पब्लिक स्कूल, सेंट थॉमस स्कूल , न्यू आदर्श स्कूल, टीला शाहबाजपुर ,स्प्रिंग वैली पब्लिक स्कूल, चिरौड़ी,ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल,इंद्रा पूरी , एस आरडी पब्लिक स्कूल , दी गुरुकुल स्कूल , क्रॉसिंग रिपब्लिक आदि इसी प्रकार अगर जांच की जाए तो पांचों जोन में अनेकों स्कूल ऐसे है जिन्हें प्रथम चरण की प्रक्रिया से हटा दिया गया है जो चिंता का विषय है 

6.जिला बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अभिभावकों के फार्म की वेरिफिकेशन प्रक्रिया में सरलता लाई जाए जिससे की जिले के ज्यादा से ज्यादा बच्चो को आरटीई के अंतर्गत शिक्षा का अधिकार मिल सके साथ ही पूर्व की तरह अभिभावकों की डिटेल ऑन लाइन सार्वजनिक की जाए 

7 .विशेष लोगो को वेरिफिकेशन में प्राथमिकता दी जानी चाहिए जैसे 
  1. शारीरिक रूप से विकलांग।
  2. बालिका
  3. विधवा 
  4. कैंसर पीड़ित


8.आरटीई अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत नियम अनुसार ही ऑन लाइन फॉर्म भरते हुए बच्चो के अनिवार्य कागजात ही लगवाए जाए क्योंकि हम सभी ऑन लाइन फॉर्म के साथ बच्चे का आधार कार्ड लगाना आवश्यक नहीं है उसके बाद आधार कार्ड के आधार पर अनेकों फॉर्म को रिजेक्ट कर दिया गया है जबकि फार्म के साथ बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र , बच्चे के फोटो , पिता का आधारकार्ड , आय प्रमाण पत्र अथवा जाति प्रमाण पत्र से सभी जानकारी एकत्रित की जा सकती है इसलिए बच्चे का आधार कार्ड फॉर्म निरस्त करने का कारण नहीं बन सकता । जिसकी जांच आप स्वय कर निरस्त किए गए फार्म से मिलान कर सकते है 

9.वर्तमान में आरटीई के अंतर्गत दाखिला लेने वाले बच्चो के अभिभावकों की न्यूनतम सालाना आय एक लाख रुपए से कम रखी गई जिसको बढ़ाकर कम से कम 3 लाख रुपए सालाना करने एवं आरटीई के अंतर्गत बच्चो की शिक्षा कक्षा 8 से बढ़ाकर कक्षा 12 तक करने की संतुति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और बेसिक शिक्षा विभाग को भेजकर तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए 

10.आरटीई के अंतर्गत चयनित बच्चो के दाखिलों की प्रक्रिया एक निश्चित समय सीमा के अंदर सुनिश्चित की जाए , बच्चो के दाखिलों के लिए अलॉटेड स्कूलों को निर्देश दिए जाए कि वो बच्चो से दाखिले के समय अनावश्यक दस्तावेजों , जैसे 6 महीने की बैंक स्टेटमेंट , पेन कार्ड , ना मांगा जाए साथ कोई भी स्कूल किसी भी बच्चे के घर जाकर वेरिफिकेशन किसी भी दशा में ना करे क्योंकि ऐसा करना आरटीई अधिनियम का उलंघन है

11.शिक्षा सत्र 2025/26 मे आरटीई के अंतर्गत चयनित बच्चो के दाखिले नहीं लेने वाले स्कूलों पर निश्चित समय निर्धारित कर एफआईआर एवं मान्यता रद्द करने की कार्यवाई सुनिश्चित की जाए ।

इस मौके पर धर्मेंद्र यादव, राजू सैफी , नीलम कुमारी , ज्योति , मीनू , राहुल कुमार , विपिन कुमार सहित अनेकों सदस्य मौजूद रहे

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