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सभी पशुपालक अपने पालतू पशुओं की जानकारी देकर पशु गणना में सहयोग प्रदान करें-

डॉ एसपी पाण्डेय, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, गाजियाबाद

 गाजियाबाद :-  5 दिसम्बर 2024 से गणना का कार्य प्रारंभ हो गया है । यह कार्य 28 फरवरी 2025 तक चलेगा । प्रत्येक ग्राम एवं वार्ड में पशु गणना कर्मियों की नियुक्ति की गई है एवं पशु गणना कार्य के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया गया है । घर-घर जाकर प्रत्येक परिवार के पशु स्वामी एवं उनके घर पर पाल जा रहे पशुओं की जानकारी लेंगे । 16 प्रकार के पशुओं की गणना की जाएगी जिसमें गाय, भैंस, ऊंट, बकरी, सूकर, गधा, भेड़, खच्चर, घोड़ा, मुर्गी, याक, हाथी, टट्टू, कुत्ता, खरगोश, मिथुन तथा निराश्रित कुत्ते और गोवंश भी सम्मिलित है। पशुओं की उम्र, पशुओं का लिंग, पालक के आधार कार्ड, पशुपालक का लिंग, पशुपालक की आर्थिक स्थिति, पशुपालक का प्रकार लघु, मध्यम या वृहद कृषक है। उसके आय के अन्य क्या-क्या साधन है, की जानकारी ली जाएगी। सभी पशुओं की मौके पर ही टैगिंग कर भारत पशुधन एप पर अपलोड किया जाएगा । इस कार्य के लिए ग्राम पंचायती राज विभाग एवं नगर विकास विभाग से भी सहयोग लिया जाएगा। यह कार्य पशुपालकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है । सरकार जो भी पशुपालकों के हित मे योजनाएं बनाती है, बीमारियों की चिकित्सा के लिए बचाव के लिए वैक्सीनेशन के लिए योजनाए बनाती है, उसके लिए पशुगणना बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है । सभी पशुपालकों से अनुरोध है कि इसमें पूर्ण सहयोग करें और अपने पशुओं को टैग लगाकर पशु गणना का कार्य कार्य कराए।

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