गाजियाबाद - आज यहाँ प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कोरवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने कहा की सबसे पहले तो आपकी जानकारी मे यह लाना चाहते है की कोरवा ( कॉंफड्रेशन ऑफ आर डब्लू एस ) आर डब्लू एस की राष्ट्रीय शीर्ष संस्था है जिसने 2012 से लेकर आज तक आर डब्लू एस की राष्ट्रीय कॉंफरेसिस को विशाखापटनम , मुंबई , बंगलौर , चेन्नई , दिल्ली , त्रिवेंद्रम , हैदराबाद आदि मे आयोजित किया है और सभी मुख्य आर डब्लू ए को एक मंच पर लाने का काम किया है | इसलिए कोरवा को भारत की सिविल सोसाइटी माना जा सकता है | भारत की सिविल सोसाइटी यानि कोरवा ने सन 2025 मे प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ और प्रदूषण नियंत्रण के लिए काम करने का निर्णय लिया है |
उन्होंने कहा की शिक्षा के क्षेत्र मे प्राइवेट स्कूलों की मनमानी ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है की आम अभिभावकों को लग रहा है की हमने इन स्कूलों मे अपने बच्चों को दाखिला दिलवाकर खुदकुशी कर ली है
यूं तो करीब करीब सभी बड़े प्राइवेट स्कूलों में अभिभावकों का शोषण हो रहा है परन्तु उदाहरण के लिए हम दिल्ली पब्लिक स्कूल को लेते हैं । भारत में 200 से अधिक दिल्ली पब्लिक स्कूल हैं ।उदाहरण के लिए मेरठ रोड दिल्ली पब्लिक स्कूल को 1 रुपया प्रति वर्ग मीटर की दर से भूमि दी गई । ये स्कूल गरीब बच्चों को नियमानुसार दाखिला नहीं दे रहा है और किताबों और यूनिफॉर्म के बहाने अभिभावकों का नंगा शोषण कर रहा है । इस स्कूल को पिछले सत्र मे 27 गरीब बच्चों के दाखिले लेने थे , केवल दो बच्चों का दाखिला लिया गया है | इस स्कूल के पास लगभग 70 करोड़ रुपए सरपल्स है फिर भी फीस बड़ाई जाती है | इस स्कूल की मान्यता तुरंत समाप्त की जानी चाहिए । सर्वोच्च न्यायालय ने अभी हाल ही में आदेश पारित किया है की विशेष वर्गों को रियायती दरों पर दी गई भूमि असंवैधानिक है ।
गाजियाबाद पेरेंट्स ऐसोसेशन की अध्यक्षा श्रीमती सीमा त्यागी ने बताया की प्राइवेट स्कूल गरीब बच्चों को दाखिला देने मे अड़ंगें लगाते है और अपनी किताब और यूनिफ़ॉर्म को लागू करते है जो बहुत महंगी होती है | उन्होंने यह भी कहा की प्राइवेट स्कूलों की शिक्षा मूल्य विहीन है , अत्यंत अत्यंत महंगी है और भारत के संविधान की धारा 14 का उल्लंघन करती है |
सरकारी निर्देशों के अध्याय 2 की धारा 2.4.7 के अनुसार सभी स्कूलों मे पहली से आठवीं कक्षा तक NCERT या SCERT की किताबे और क्लास 9 से 12 तक CBSE की किताबे पढ़ाई जाएँ |
आज हम प्रथम चरण में देश के सभी प्राइवेट स्कूलों से अनुरोध करते हैं की वो पाठ्यक्रम में केवल और केवल NCERT की पुस्तकों को ही लागू करें । यदि वो ऐसा नहीं करते हैं तो हम सभी अभिभावकों का आह्वान करते हैं की वो इसके विरुद्ध आवाज उठाए,हमारे सभी संगठन उनका अपेक्षा से अधिक साथ देंगे |
कोरवा के महासचिव श्री बी टी श्रीनिवासन ने हैदराबाद से अपनी स्वीकृति जता दी है |
इस अवसर पर गाजियाबाद पेरेंट्स ऐसोसेशन के प्रवक्ता श्री विवेक त्यागी , विनय कक्कड़ , डॉ राजीव , सुमित त्यागी , अशोक गहलोत ने भी अपने विचार रखते हुए एक स्वर मे कहा की दुकानों की तरह चल रहे प्राइवेट स्कूलों की मनमानी अब नहीं चलने देंगे |
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