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नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती का आयोजन –

साहिबाबाद। श्याम पार्क मेन कॉलोनी के आर्यन एकेडेमी जूनियर स्कूल के प्रांगण में नेताजी सुभाष जयंती का आयोजन पूरी गरिमा और सादगी से किया गया। इस पावन अवसर पर सर्वप्रथम गणमान्य आगंतुक अतिथियों ने अमर सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धा अर्पित की। आर्यन एकेडेमी स्कूल में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम की अध्यक्षता श्याम पार्क मेन रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यपाल सिंह चौहान ने की। लाजपतराय कॉलेज के पूर्व पुस्तकालयाध्यक्ष सुभाष त्यागी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, मानव कल्याण सेवा समिति के वरिष्ठ संस्थापक सदस्य एस. डी. अग्रवाल एवं भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व मण्डल अध्यक्ष जया गुप्ता विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए। सभी मुख्य विद्वान वक्ताओं ने नेताजी सुभाष को एक महान स्वतंत्रता सेनानी के तौर पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि किस तरह नेताजी सुभाष अपने बचपन से ही बहुत प्रतिभाशाली और देशभक्त थे; जिस प्रकार एक मछली बिना पानी के जिंदा नहीं रह सकती है उसी प्रकार नेताजी सुभाष हिंदुस्तान को ब्रिटिश गुलामी से बाहर मुक्त कराए बिना नहीं रह सकते थे। यही कारण था कि अंग्रेज हुकूमत सुभाष चंद्र बोस को ब्रिटिश सत्ता के लिए सबसे खतरनाक मानती थी और उन्हें जेल में बंद रखना चाहती थी। दूसरी ओर, नेताजी सुभाष आजाद भारत का अपने एकमात्र लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक पठान का भेष बदलकर जापान, इटली और जर्मनी देशों के शासकों से मिलने जा पहुंचे और जापान की मदद से ‘आजाद हिन्द सेना’ का निर्माण कर हिंदुस्तान की सीमा के अंदर तक घुसकर हिंदुस्तान को आजाद मुल्क घोषित कर तिरंगा लहरा दिया। ‘ जय हिन्द ‘, ‘दिल्ली चलो, “तुम मुझे खून दो; मैं तुम्हें आजादी दूंगा” जैसे नेताजी के प्रिय नारे आजादी के दशकों बाद भी जन-जन की जुबान पर हैं। वर्ष 1944 में अपने एक रेडियो सम्बोधन में गांधीजी को ‘राष्ट्रपिता’ के नाम से पहली बार नेताजी सुभाष ने ही संबोधित किया था। प्रसिद्ध शिक्षाविद व लेखक डॉ. विशनलाल गौड़ ‘व्योमशेखर’ ने स्वरचित पुस्तक ‘कोणार्करथी सुभाष’ से कुछ देशभक्ति की पंक्तियाँ सुनाकर नेताजी सुभाष के महान व्यक्तित्व को नई ऊँचाइयाँ प्रदान कीं। इसके अलावा वयोवृद्ध समाजसेवी एच. सी. शर्मा, पूर्व प्राचार्य आर. पी. त्यागी और राजेश कुमार सिंह ने भी अपने विचार रखे।    
आर्यन एकेडेमी जूनियर हाईस्कूल में कक्षा 6 की छात्रा धारणा ने नेताजी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर अपने भाषण से प्रकाश डाला तो कु. मीठी ने नेताजी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं से उपस्थित समुदाय को अवगत कराया। कक्षा सात के रोहित ने नेताजी सुभाष पर लिखी एक कविता पेश की। नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती को ‘पराक्रम-दिवस’ के रूप में मनाने के लिए इस आयोजन में मुख्य रूप से लाजपत राय डिग्री कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर आर. पी. सिंह, नरेश कपूर, डी. एन. सक्सेना, सिमरन गोयल, भावना शर्मा, व्यापार मण्डल अध्यक्ष महिपाल चौधरी, मंगलसिंह चौहान, डी. के. सिंह, ईशान गौड़, खुशबू शर्मा, नेहा कुमारी, सिमरन बर्तवाल इत्यादि शामिल रहे। कार्यक्रम का समापन सत्यपाल सिंह चौहान ने सभी सम्मानित मेहमानों को धन्यवाद देते हुए; सामूहिक राष्ट्र-गान के साथ किया।

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