सुबह के समय कॉलेज के सभागार में सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया। इस पूजा में सभी ने देवी सरस्वती की पूजा अर्चना की और उनके आशीर्वाद से ज्ञान की प्राप्ति की कामना की। पूजा के दौरान वातावरण को आध्यात्मिक बनाने के लिए संगीत की मधुर ध्वनि और मंत्रोच्चारण किए गए।
कॉलेज में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पौधारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सभी ने मिलकर नए पौधे लगाए और पर्यावरण को बचाने का संकल्प लिया।
बसंत पंचमी का एक प्रमुख आकर्षण पतंगबाजी थी। कॉलेज के खुले मैदान में छात्राओं और शिक्षिकाओं ने रंग-बिरंगी पतंगें उड़ाईं, जिससे पूरे वातावरण में उल्लास और जोश का माहौल था।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत छात्राओं ने नृत्यऔर संगीत की विभिन्न प्रस्तुतियाँ दीं। इन प्रस्तुतियों ने बसंत पंचमी के इस विशेष दिन को और भी रंगीन बना दिया और दर्शकों का मन मोह लिया। प्रधानाचार्य, डॉ. नीतू चावला ने कहा कि यह उत्सव न केवल ऋतु परिवर्तन का प्रतीक था, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक मूल्यों और प्रकृति के प्रति सम्मान को भी दर्शाता है। कॉलेज में आयोजित यह कार्यक्रम विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच सामूहिक सौहार्द और सहयोग को बढ़ावा देने वाला रहा।
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