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  प्रकाश नार्थ, 

आज लोक शिक्षण अभियां ट्रस्ट द्वारा ज्ञानपीठ केंद्र एक स्वरूप पार्क जीटी रोड साहिबाबाद के प्रांगण में बहुजन समाज के नायक मूर्धन्य विद्वान मान्यवर काशीराम की जयंती सामाजिक स्वाभिमान दिवस के रूप में समाजवादी चिंतक रामदुलार यादव शिक्षाविद के नेतृत्व में आयोजित की गई! कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्यांचल यदुवंश कल्याण समिति के अध्यक्ष श्रीनिवास यादव ने किया मुख्य अतिथि लेखक शिक्षाविद भाई कैलाश चंद्र रहे! आयोजन इंजीनियर धीरेंद्र यादव ने किया!कार्यक्रम को वीर सिंह सेन ने भी संबोधित किया ! राजेंद्र सिंह ने गीत सुना कर सभी को आत्म विभोर कर दिया! सभी उपस्थित साथियों ने सामाजिक न्याय के पुरोधा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया! तथा उनके विचार को जन-जन में पहुंचने का संकल्प लिया!

 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद रामदुलार यादव ने कहा की मान्यवर काशीराम ने दलितों पिछड़ों प्रताड़ितों और शोषितों को 3000 किलोमीटर साइकिल यात्रा कर बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर के मिशन को आगे बढ़ने का आव्हान किया और उनके उत्थान में अपना पूरा जीवन लगा दिया उन पर कोई निजी संपत्ति नहीं थी! सारे जीवन देश और समाज के सर्वांगीण विकास में लगाया! उनका कहना था कि स्वाभिमानी लोग ही संघर्ष की परिभाषा समझते हैं, जिनका स्वाभिमान मरा हुआ है वह गुलाम है! उन्होंने देश के 85% लोगों को संगठित करने के लिए बामसेफ और डीएस 4, नामक संगठन बना राजनीतिक चेतना लोगों में पैदा की और 1984 में बहुजन समाज पार्टी का गठन किया! उनका कहना था की जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी उसकी भागीदारी, हर वर्ग को राजनीति में अवसर देने का काम किया!

 श्री यादव ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद हम काशीराम जी के सोच का भारत नहीं बना पाए! आज भी पिछड़ों, दलितों, वंचितों के साथ अन्याय, अत्याचार, अनाचार चरम सीमा पर है भाजपा शासित प्रदेश सबसे आगे हैं! उन्होंने कहा था हमने राजनीतिक गलती करके जिस पार्टी को ताकत पहुंचाई उसने ही दलितों के साथ अनाचार किया, और भ्रष्टाचार में लिप्त है!क्यूएस. वर्ल्ड रैंकिंग के मुताबिक आज स्थिति यह है कि टॉप 200 सौ विश्वविद्यालय की लिस्ट में भारत के मात्र तीन विश्वविद्यालय आते हैं! ग्लोबल इन्नोवेशन इंडेक्स में 2024 के अनुसार भारत 39 में स्थान पर, प्रति व्यक्ति आय के मामले में 141 वे स्थान पर है! हैप्पीनेस इंडेक्स में 135 वे स्थान पर और ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भूख, पीड़ा और दर्द में 101 वे स्थान पर है! 
यह बहुत ही चिंताजनक स्थिति है, यहां पाखंड, झूठ और लूट निर्लज्जता पूर्वक हो रही है, लोकतंत्र खतरे में है, मान्यवर काशीराम ने संसद में कहा था नोटों से गरीबों के मत को लूटा जा रहा है, यह शुभ संकेत नहीं है, आज लोकतंत्र कराह रहा है, संवैधानिक संस्थाएं कमजोर हो रही है, काशीराम जी ने यह पहले ही समझ लिया था! उनका कहना था, कि मनी, माफिया और मीडिया को प्रभावित करके सत्ता पर कब्जा कर घोर पूंजीवादी व्यवस्था को लागू किया जा रहा है! 
संविधान और आरक्षण खतरे में है, जबकि उन्होंने नारा दिया था वोट से लेंगे सीएम, पीएम आरक्षण से एस पी, डीएम लेकिन मुझे कहने में यह कोई संकोच नहीं है, कि आज गरीब के मतों पर एन केन प्रकारेण कब्जा करके सत्ता हासिल कर आरक्षण पर भी खतरा पैदा कर दिया जा रहा है, यह सोचनीय और शर्मनाक स्थित है, लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान की रक्षा के लिए हम सभी को संकल्प लेना है, और बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर के कारवां को जिस तरह मान्यवर काशीराम ने आगे बढ़ाया हम सभी को उसे आगे बढ़ाने का कार्य करना चाहिए!
 कार्यक्रम में शामिल रहे रामदुलार यादव, यस.यस. प्रसाद, देवकरण चौहान, विनोद कुमार त्रिपाठी, कैलाश चंद्र, वीर सिंह सेन, शंभू नाथ जायसवाल, अमृत लाल चौरसिया, आरएन. यादव, विश्वनाथ यादव, श्रीनिवास यादव, ब्रह्म प्रकाश, विजय भाटी एडवोकेट, राजपाल यादव, यस यस तिवारी, बृजेंद्र यादव, धर्मेंद्र यादव, महेंद्र यादव, फूलचंद वर्मा, राम जन्म यादव, यासीन, ताहिर अली, अमर बहादुर, हरिकृष्ण, प्रेमचंद पटेल, आदि ने पुष्प अर्पित किया!

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