गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने एक ऐसा खुलसा किया है जो चौका देने वाला है मामला है भोपुरा के कुटी गांव का जहा नगर निगम द्वारा वर्ष 2016 से शहीद विजय सिंह पथिक नगर निगम बालिका विद्यालय संचालित किया जा रहा है इस विद्यालय में कक्षा एक से दस तक लभभग 250 छात्राएं शिक्षा ले रही है लेकिन मजे की बात देखिए कि स्कूल की मान्यता एक भी कक्षा की नहीं है इससे पहले हमने ये तो सुना था कि प्राइवेट स्कूल बिना मान्यता के चल रहे है लेकिन ये ऐसा पहला वाक्या है कि अपनी सरकार होते हुए भी नगर निगम का खुद का ही विद्यालय पिछले 9 साल से बिना मान्यता के संचालित किया जा रहा है गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी और सचिव अनिल सिंह ने बताया कि अभिभावकों की शिकायत का संज्ञान लेकर जब हमने स्कूल का दौरा किया तो पाया कि जहा स्कूल की बिल्डिंग , क्लास रूम , प्ले ग्राउंड , लेब, म्यूजिक रूम सभी बेहद उच्चस्तरीय है वहीं स्कूल की प्रधानाचार्य और शिक्षिकाएं पूरी मेहनत से बच्चो को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने के लिए दृढ़संकल्पित है लेकिन इस दौरान जब अभिभावकों और छात्राओं से वार्ता की गई तो ज्ञात हुआ कि स्कूल की किसी भी कक्षा की मान्यता ही नहीं है और यह स्कूल नगर निगम के किसी अन्य स्कूल से अटैच कर संचालित किया जा रहा है स्कूल की मान्यता नहीं होने के कारण कक्षा 9 और 10 की बोर्ड परीक्षा भी नगर निगम के किसी अन्य विद्यालय से दिलाई गई लेकिन इस बार नए शिक्षा सत्र से कक्षा 9 और 10 की छात्राओं को दाखिला लेने से मना कर दिया गया ।जिसके कारण अभिभावक और छात्राएं मानसिक रूप से परेशान है क्योंकि ये सभी अभिभावक गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर और दैनिक कार्य कर अपना जीवन यापन करने वाले है जो अपनी बेटियों को शिक्षा दिलाकर आगे बढ़ाना चाहते है विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं खेलकूद , पढ़ाई और म्यूजिक सहित अन्य सभी क्षेत्र में बेहद प्रतिभाशाली हैं बावजूद इसके पिछले 9 साल से बिना मान्यता के स्कूल से छात्राओं को शिक्षा देना अचंभित करने वाला हैं आज गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन 250 छात्राओं की शिक्षा और भविष्य को ध्यान में रखते हुए नगर आयुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और अनुरोध किया कि स्कूल की मान्यता संबधी व्यवधानों को निस्तारण कर अतिशीघ्र विद्यालय को मान्यता दिलाई जाए और मान्यता मिलने तक कक्षा 9 एवं 10 के दाखिले तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया जाए । जिससे की कोई भी आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब छात्रा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रह सके । मुलाकात के दौरान नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मालिक ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में है और हमने शासन को स्कूल की मान्यता के लिए पत्र भेजा हुआ है जल्दी ही हम स्कूल को मान्यता दिलाने की प्रक्रिया पूर्ण कर लेंगे । लेकिन सवाल बड़ा है कि आखिर पिछले 9 साल से नगर निगम के अधिकारी कहा सोए हुए थे जो स्कूल की मान्यता की शर्त पूरी नहीं कर पाए ।।इस मौके पर राजू सैफी, अनुभव गुप्ता , नरेश कुमार , महिपाल रावत , नवीन राठौर , डॉ राजीव शर्मा,कौशलेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
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